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कोरोना मरीजों की मदद के लिए दिल्ली के स्कूली बच्चों ने की ये सराहनीय पहल

वंदना गोसाई कहती हैं कि स्कूली टीचर्स और बच्चों को ये कोशिश दरअसल विद्यालय के निदेशक डॉक्टर वी के विलियम के प्रति श्रद्धाजंलि है, जिनका कोविड के चलते निधन हो गया था.

Updated on: 23 May 2021, 10:44 PM

highlights

  • पूरा देश इन दिनों कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है
  • कोरोना मरीजों की मदद के लिए दिल्ली के स्कूली बच्चों ने की सराहनीय पहल
  • टीचर वंदना गोसाई ने छात्रों के साथ मिलकर एक ऐसा वेबलिंक तैयार किया है

 

नई दिल्ली:

पूरा देश इन दिनों कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है. इन सबके बीच दिल्ली के एक स्कूल ने साकारात्मक पहल की है. द्वारका के माउंट कार्मल विद्यालय की टीचर वंदना गोसाई ने छात्रों के साथ मिलकर एक ऐसा वेबलिंक तैयार किया है, जिस पर  कोरोना मरीज़ों , उनके तीमारदारों की   हर ज़रूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई है. इस वेबकिंक https://linktr.ee/MCSTaskForceCOVID  पर अस्पतालों में ICU बेड की उपलब्धता, आक्सीजन फिलिंग सेंटर की जानकारी,  ज़रुरतमंदों के लिए  मुफ़्त खाने की व्यवस्था जैसी तमाम जानकारी दी गई है. इसके अलावा एम्बुलेंस के फोन नंबर, कोविड के लिहाज़ से ज़रूरी दवाइयों की मेडिकल स्टोर पर उपलब्धता, होम आइसलोशन में ICU सेटअप से लेकर ,ऑनलाइन सलाह के लिए उपलब्ध डॉक्टरों के नाम और फोन नंबर भी इस वेबलिंक पर मौजूद है. 

वंदना  गोसाई ने न्यूज़ नेशन को बताया कि महामारी में जानकारी के अभाव में परेशान लोगों को देखकर उनके मन में ऐसा वेबलिंक बनाने का ख्याल आया. इसके लिए पहले उन्होंने छात्रों के साथ मिलकर एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया जिसमें बच्चों ने अपनी ओर से ऑक्सीजन, प्लाज्मा, भोजन, अस्पतालों से सबंधित  जानकारी, ICU, वेंटिलेटर, एम्बुलेंस और आसपास के डॉक्टरो के मोबाइल नंबर दिए.

इसके बाद उस जानकारी को पुख्ता करके गूगल शीट और वेब लिंक का रूप दे दिया गया ताकि एक ही प्लेटफॉर्म पर सारी जानकारी उपलब्ध हो सके. कोशिश ये गई कि एम्बुलेंस , भोजन और बाकी की निःशुक सेवा उपलब्ध करा रहे लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा इसमे शामिल किया जा सके.

वंदना गोसाई कहती हैं कि स्कूली टीचर्स और बच्चों को ये कोशिश, दरअसल विद्यालय के निदेशक डॉक्टर वी के विलियम के प्रति श्रद्धाजंलि है, जिनका कोविड के चलते निधन हो गया था. अब सब जानकारी एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होने की वजह से उम्मीद है कि लोग इस महामारी में सक्रिय धोखेबाजों के झांसे में आने से बचेंगे. वैसे इसी स्कूल में 100 ऑक्सीजन बेड का एक अस्पताल भी आजकल चल रहा है.