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दिल्ली में एक और अस्पताल की हालात खराब, ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की दी छुट्टी

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों (Corona Patient) की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हर रोज कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाएं एकदम से चरमरा चुकी है.

Updated on: 24 Apr 2021, 04:01 PM

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों (Corona Patient) की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हर रोज कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाएं एकदम से चरमरा चुकी है. अस्पतालों में बेड्स की कमी तो पहले से थी अब ऑक्सीजन के अभाव में मरीज तड़प-तड़प कर दम तोड़ रहे हैं. इस बीच दिल्ली के एक और अस्पताल की हालात खराब है. इस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. साथ ही जो मरीज भर्ती हैं, उन्हें भी आक्सीजन की कमी की वजह से डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है.

सरोज अस्पताल के सीओवीआईडी प्रभारी ने कहा कि हमें अभी तक बैकअप रूप में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हुई है. हमारे पास 70 मरीज हैं, जो गंभीर स्थिति में हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है. अगर हमें ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होती है तो बड़ी आपदा हो सकती है. हमने मरीजों को छुट्टी देनी शुरू कर दी है. साथ ही हम ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को भर्ती भी नहीं किया जा रहा है. 

वहीं, दिल्ली कैंट में स्थित सरदार पटेल कोविड सेंटर का हाल और बुरा है. अस्पताल के पोर्टल में 250 बेड्स खाली दिखा रहे हैं, लेकिन अस्पताल में मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में मरीज अस्पताल के बाहर ही तड़प रहे हैं. 

दिल्ली कैंट में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल के पोर्टल पर 250 बेड्स खाली दिख रहे हैं. बेड्स खाली देखकर बड़ी संख्या में मरीज यहां आ रहे हैं, लेकिन अस्पताल उन्हें भर्ती नहीं कर रहा है. जिसके कारण अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस में ही मरीज इलाज के अभाव में तड़प रहे हैं. DRDO ने इस अस्पताल को बनाकर दिल्ली सरकार को सौंप दिया था. इस अस्पताल में लगभग 1000 बेड्स हैं. इस अस्पताल को कोविड मरीजों के इलाज के लिए ही निर्मित किया गया था. 

अस्पताल के बाहर एक बैनर लगा हुआ है, जिसमें दिल्ली सरकार के द्वारा निर्देशित मरीजों को ही यहां भर्ती किए जाने की बात लिखी हुई है. अस्पताल के पोर्टल पर अभी भी 250 बेड्स खाली दिख रहे हैं, लेकिन हालात ये हैं कि रात से 200 से 250 मरीज यहां एंबुलेंस से पहुंच चुके हैं, लेकिन उनको भर्ती नहीं किया जा रहा है. देर रात से अब तक 2 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. मरीज के परिजन लगातार परेशान हो रहे हैं. लेकिन अस्पताल प्रशासन उनसे बात करने तक को तैयार नहीं है.