/newsnation/media/media_files/2025/09/10/delhi-roads-upgradation-with-803-crores-2025-09-10-07-28-50.png)
Delhi Roads
Delhi Roads: दिल्ली की सड़कें अब दमकेंगी. क्योंकि लोक निर्माण विभाग ने केंद्रीय सड़क और अवसंरचना कोष यानी CRIF से दिल्ली की सड़कों के सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए एक डिटेल्ड योजना का ऐलान किया है. दिल्ली की 140 से अधिक सड़कों और फ्लाईओवरों के सौंदर्यीकरण के लिए केंद्र सरकार ने CRIF के तहत PWD को 803.39 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
803.39 करोड़ रुपये से सड़कों का पुनरुद्धार, चौड़ीकरण, सौंदर्यीकऱण, नए कॉरिडोर का निर्माण और फ्लाईओवर का विकास किया जाएगा. दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के हर एक जिले को इसमें शामिल किया जाएगा. सड़कों के निर्माण में कोल्ड मिलिंग और रीसाइक्लिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. सड़कों की जिंदगी इससे बढ़ेगी.
सीआरआईएफ के तहत स्वीकृत प्रमुख परियोजनाएं
उत्तर-पूर्वी दिल्ली
- आईएसबीटी कश्मीरी गेट से वज़ीराबाद रोड तक उन्नयन
- लोनी चक्कर से दिल्ली सीमा तक सड़क का सुधार
शाहदरा
- विवेक विहार-जीटी रोड कनेक्टर का सुदृढ़ीकरण
- शाहदरा अस्पताल रोड और सहायक सड़कों का विकास
पूर्वी दिल्ली
- विकास मार्ग का पुनर्वास
- कोंडली ब्रिज कॉरिडोर की कोल्ड मिलिंग और रीसाइक्लिंग
- नोएडा लिंक रोड का चौड़ीकरण और बाईपास का विकास
मध्य और नई दिल्ली
- आईटीओ रोड का उन्नयन
- आईपी कॉलेज और मॉल रोड के आसपास सड़क का सुदृढ़ीकरण
- रोहतक रोड (मिलिट्री रोड-झांसी रोड) पर फ्लाईओवर परियोजना
दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली
- अली विहार से सरिता विहार गाँव तक नई सड़क का निर्माण
- प्रेस एन्क्लेव रोड का सुदृढ़ीकरण
- सुधार निजामुद्दीन-कालकाजी रोड
पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली
- आउटर रिंग रोड (विकास पुरी-नजफगढ़ ड्रेन) का सुदृढ़ीकरण और फ्लाईओवर निर्माण
- अशोका रोड से लक्ष्मी विहार एक्सटेंशन कॉरिडोर
- द्वारका एप्रोच रोड का पुनर्निर्माण
- राजौरी गार्डन-टैगोर गार्डन रोड पर एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण
आधुनिक शहर की धमनियां सड़क
मामले में लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि किसी भी आधुनिक शहर की धमनियां सड़क ही होती हैं. सड़कों की अच्छी हालत से ही हम करोड़ों दैनिक यात्रियों के लिए सुरक्षा, स्थिरता सुनिश्चित करते हैं. ये प्रोजेक्ट सिर्फ सड़कों की मरम्मत तक ही सीमित नहीं है. बल्कि विश्वस्तरीय शहरी बुनियादी ढांचा बनाने की कोशिश है. ये प्रोजेक्ट दिल्ली के लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगी.