Delhi Red Fort Blast: तो क्या हो गया साफ, ब्लास्ट वाली i20 में कौन-कौन बैठा था?

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके के मामले में जांच एजेंसियों को अब एक अहम सुराग हाथ लगा है. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों को उस i20 कार (HR 26 CE 7674) का एक वीडियो मिला है

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके के मामले में जांच एजेंसियों को अब एक अहम सुराग हाथ लगा है. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों को उस i20 कार (HR 26 CE 7674) का एक वीडियो मिला है

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Dheeraj Sharma
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Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके के मामले में जांच एजेंसियों को अब एक अहम सुराग हाथ लगा है. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों को उस i20 कार (HR 26 CE 7674) का एक वीडियो मिला है, जो धमाके में इस्तेमाल की गई थी. खास बात यह है कि एजेंसियों को आशंका है कि ब्लास्ट वाली कार में वहीं लोग मौजूद हो सकते हैं जो इसके पीयूसी के वक्त मौजूद थे. दरअसल एजेंसी को जो वीडियो मिला है वह 29 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 20 मिनट का है. यानी धमाके से कुछ दिन पहले का. इसी कार में तीन लोग बैठे थे. 

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PUC सेंटर पर तीन संदिग्धों की मौजूदगी

एजेंसी को मिले वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि यह कार प्रदूषण जांच केंद्र (PUC सेंटर) पर जांच कराने पहुंची थी. कार में उस वक्त तीन लोग मौजूद थे.  खास बात यह है कि जांच में यह भी सामने आया है कि उसी दिन यानी 29 अक्टूबर को ही यह i20 कार खरीदी गई थी और उसी दिन इसका PUC सर्टिफिकेट भी अपडेट करवाया गया था. इससे एजेंसियों को शक है कि यह सब पहले से तय साजिश का हिस्सा था और वीडियो में दिख रहे तीनों व्यक्ति ब्लास्ट मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं. 

पुलिस की तलाश और तकनीकी जांच तेज

फरीदाबाद और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीमें अब इन तीनों की पहचान में जुटी हैं. आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि उनकी लोकेशन और मूवमेंट का पता लगाया जा सके. साथ ही, i20 कार की रजिस्ट्रेशन डिटेल, पुराने और हालिया ओनरशिप ट्रांजैक्शन और पेमेंट मोड की भी बारीकी से जांच हो रही है. जांच एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि कार खरीदने के लिए इस्तेमाल हुए दस्तावेज असली हैं या फर्जी.

NIA की जांच और फरीदाबाद कनेक्शन

धमाके में अब तक 10 लोगों की मौत और 25 से ज़्यादा घायल होने की पुष्टि हो चुकी है. घटना की गंभीरता को देखते हुए मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा गया है. शुरुआती जांच में फरीदाबाद-आधारित मॉड्यूल और कुछ मेडिकल कॉलेजों से जुड़े नाम सामने आने से केस और जटिल हो गया है.

आगे की दिशा और उम्मीदें

अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही वीडियो में दिख रहे तीनों लोगों की पहचान हो जाएगी, जांच की दिशा और भी स्पष्ट हो जाएगी. अब सबसे बड़ा सवाल यही है क्या ये तीनों लोग धमाके में शामिल थे, क्या उन्होंने आत्मघाती भूमिका निभाई, या क्या वे अब भी जिंदा हैं? बहरहाल पुलिस और एजेंसियां हर पहलू से जांच कर रही हैं, ताकि इस ब्लास्ट के पीछे छिपे पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जा सके.

i20 कार का यह वीडियो अब लाल किला ब्लास्ट केस की जांच का सबसे अहम सुराग बन चुका है. इस फुटेज से न सिर्फ संदिग्धों की पहचान की उम्मीद है, बल्कि इससे ब्लास्ट की पूरी साजिश की परतें भी खुल सकती हैं.

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