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Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किले के पास हुए आत्मघाती कार विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है. इस घटना से पहले का एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें धमाका करने वाला आतंकी उमर मोहम्मद डॉक्टर की पोशाक में नजर आ रहा है. यह तस्वीर हरियाणा के फरीदाबाद की एक दुकान की बताई जाती है, जहां वह ब्लास्ट से कुछ समय पहले पहुंचा था.
आतंकी डॉ उमर की नई तस्वीर सामने आई#DelhiCarBlastcase#terrorist#DoctorUmar#alfalahuniversity#CCTVfootage#mobileshop#delhincr#faridabad#newsnationtv#NewsUpdate | @irohitrpic.twitter.com/G9o1T1eE7e
— News Nation (@NewsNationTV) November 15, 2025
डॉक्टर की वर्दी में दिखना उसकी पहचान छुपाने की सोची-समझी कोशिश प्रतीत होती है. ब्लास्ट के दौरान आतंकी की मौत हो गई थी, इसलिए यह वीडियो उसकी गतिविधियों पर महत्वपूर्ण सुराग प्रदान करता है.
फरीदाबाद में उजागर हुआ सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल
धमाके के बाद जांच में एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि फरीदाबाद में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े सफेदपोश आतंकियों का एक मॉड्यूल सक्रिय था. इसी मॉड्यूल से आतंकी उमर का जुड़ाव बताया जा रहा है. सामने आए फुटेज में उसे दो मोबाइल फोन ले जाते हुए देखा गया, जो जांच एजेंसियों का ध्यान खींचने वाला अहम एंगल है. जिस सफेद हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, वह वही गाड़ी थी जिसे उसने हाल में खरीदा था.
#VIDEO | New CCTV Footage of Jaish Terrorist Umar Mohammad.
— Kushagra Mishra (@m_kushagra) November 15, 2025
Fresh footage shows Umar using two mobile phones while on the run. He was seen inside a Faridabad mobile shop on October 30—pulling one phone out of his bag and giving it to the shopkeeper, while holding another phone in… pic.twitter.com/ADoqojL8ox
सामने आया नया वीडियो
वहीं सोशल मीडिया पर आतंकी उमर का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वह एक नहीं बल्कि दो मोबाइल का भी इस्तेमाल कर रहा है. उसे 30 अक्टूबर को फरीदाबाद की एक मोबाइल दुकान के अंदर देखा गया था एक फोन अपने बैग से निकालकर दुकानदार को देते हुए, जबकि दूसरा फोन उसके हाथ में था. सीसीटीवी में उसे डिवाइस चार्ज करते समय घबराहट में भी देखा गया है. 10 नवंबर को दिल्ली में घुसने से पहले, उमर ने कथित तौर पर दोनों फोन फेंक दिए थे, क्योंकि लाल किला विस्फोट के दौरान उसके पास कोई मोबाइल नहीं था.
पुलवामा का निवासी और मेडिकल कॉलेज से जुड़ा था उमर
1989 में जन्मा उमर मोहम्मद जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था. फरीदाबाद स्थित अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रूप में वह काम कर रहा था. अब इसी पृष्ठभूमि को लेकर कई डॉक्टरों और स्टाफ के आतंकवाद संबंधी संभावित जुड़ाव की भी जांच हो रही है. उसके मेडिकल पेशे में होने से यह साफ है कि मॉड्यूल की रणनीति बेहद सुनियोजित और समाज में घुल-मिलकर काम करने वाली थी.
डीएनए टेस्ट से हुई पहचान की पुष्टि
ब्लास्ट के बाद शव की पहचान करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और उसके मूवमेंट की मदद से उसकी यात्रा का पूरा ट्रेल जोड़ लिया. वह 10 नवंबर को चांदनी चौक की ओर जाता दिखाई दिया था. बाद में डीएनए परीक्षण के आधार पर ही पुष्टि हुई कि मृत व्यक्ति वही उमर मोहम्मद है.
कार खरीद, पार्किंग और तैयारी की परतें
जांच से पता चला कि उसने 29 अक्टूबर को i20 कार खरीदी थी. उसी दिन उसने प्रदूषण जांच भी कराई और फिर लगभग 12 दिनों तक गाड़ी एक ही स्थान पर पार्क रखी. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि धमाके की तैयारी पहले से चल रही थीं और इसके लिए वह सावधानीपूर्वक प्लानिंग कर रहा था.
जांच में जुटीं कई एजेंसियां
लाल किले के पास हुआ यह धमाका राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर संकेत है. एनआईए समेत अन्य एजेंसियां सीसीटीवी कैमरों की और फुटेज जुटा रही हैं ताकि आतंकी साजिश की पूरी कड़ी को उजागर किया जा सके. फिलहाल जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और कई पहलुओं की परतें खुल रही हैं.
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