लोक निर्माण विभाग (PWD) वजीराबाद और डीएनडी फ्लाईवे के पास सिग्नेचर ब्रिज के बीच एक एलिवेटेड कॉरीडोर के निर्माण के प्रस्ताव पर काम कर रहा है ताकि रिंग रोड और आउटर रिंग रोड के भारी ट्रैफिक को कम किया जा सके।
दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाला यमुना के चरणबद्ध बाढ़ग्रस्त इलाके के साथ संबंधित कॉरीडोरी 12-13 किमी लंबा हो सकता है। इस प्रोजेक्ट की निगरानी खुद लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल का कार्यालय कर रहा है।
कॉरिडोर की योजना इसीलिए बनाई जा रही है क्योंकि एक बार सिग्नेचर पुल का निर्माण और एनएच -24 विस्तार का काम पूरा हो जाने पर कश्मीरी गेट और सराय काले खान के पास दो रिंग रोड पर यातायात काफी ज़्यादा बढ़ेगा।
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पीडब्लूडी के एक अधिकारी ने बताया, 'हम यमुना में विभिन्न पुलों के साथ ऊंचे गलियारे को जोड़ने की संभावना का भी पता लगाएंगे।' शुरुआती योजना के मुताबिक, एलीवेटेड रोड सिग्नेचर पुल से शुरू होगा और सलीमगढ़ बाईपास (रिंग रोड बायपास) के साथ इसका विलय कर दिया जाएगा।
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यह कॉरीडोर मजनू का टिला के पास मौजूद बाहरी रिंग रोड और सराय काली खान के पास रिंग रोड के साथ चलेगा। कॉरीडोर का दूसरा हिस्सा आईटीओ के पास सलीमगढ़ बाईपास के अंत से डीएनडी फ्लाईवे को जोड़ेगा।
पहले चरण में, पीडब्लूडी का उद्देश्य यमुना बाज़ार में हनुमान मंदिर तक सिग्नेचर ब्रिज के बीच ट्रेफिक को कम करना है।
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Source : News Nation Bureau