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दिल्ली में कम हुआ प्रदूषण का असर, तेज हवा ने दी लोगों को राहत

इससे पहले शनिवार को भी प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई थी. शनिवार को AQI शुक्रवार की तुलना में 101 अंक नीचे गिरा

Updated on: 17 Nov 2019, 08:23 AM

नई दिल्ली:

पिछले कुछ दिनों से जारी प्रदूषण की मार के बाद अब जाकर दिल्ली को थोड़ी राहत की सांस मिली है.यहां कई इलाकों में प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई हालांकि स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि तेज हवा चलने की वजह से प्रदूषण में कमी आई है. बात करें एयर क्वालिटी इंडेक्स की तो दिल्ली का ओवरऑल AQI आज यानी रविवार को 365 दर्ज किया गया है. वहीं दिल्ली एयरपोर्ट T3-T4 का AQI 412 है जबकि शनिवार को यह 570 दर्ज किया गया था. इसके अलावा दिल्ली IIT का AQI 381 दर्ज किया गया है जो शनिवार को 535 पर था. नोएडा में AQI 352 और गाजियाबाद में 455 दर्ज किया गया है.

बता दें, इससे पहले शनिवार को भी प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई थी. शनिवार को AQI शुक्रवार की तुलना में 101 अंक नीचे गिरा जिससे प्रदूषण खतरनाक से बहुत खराब की श्रेणी में आ गया. रविवा र को भी प्रदूषण के स्तर में सुधार देखा गया है. गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.

बता दें, प्रदूषण को काबू में करने के लिए दिल्ली सरकार ने चार से 15 नवंबर के बीच Odd-Even योजना लागू की है और इसे बढ़ाने पर 18 नवंबर को फैसला लेगी. वहीं बीजेपी लगातार इसका विरोध कर रही है. इसके अलावा बीजेपी लगातार 'आप सरकार' पर गंभीर आरोप भी लगा रही है. बीजेपी का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एयरप्योरिफायर टावर लगवाए होते तो आज हालात इतने बुरे नहीं होते. बीजेपी ने अपने आरोपों में कहा कि पूरे दिल्ली शहर में अधिकतम 53 एयरप्योरिफायर टावर की जरूरत है. बीजेपी ने अपने आरोपों में कहा कि 53 एयरप्योरिफायर टावर की कुल कीमत करीब 106 करोड़ रुपये होती है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता को साफ हवा देने के लिए 106 करोड़ रुपये भी खर्च नहीं किए. वहीं इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि यह समय राजनीति में पड़ने का नहीं बल्कि प्रदूषण को दूर करने का है.