/newsnation/media/post_attachments/images/2020/01/06/jnu-violence2-81.jpg)
जेएनयू हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने दर्ज की पहली एफआईआर( Photo Credit : IANS)
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में एक दिन पहले हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने अपनी ओर से एफआईआर दर्ज कर ली है. दूसरी ओर, अस्पताल में भर्ती 23 घायल छात्रों को छुट्टी दे दी गई है. जेएनयू में हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के पास तीन शिकायतें आई थीं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमें JNU की हिंसा पर कई शिकायतें मिली हैं, जिनपर हम जांच शुरू करेंगे. JNU हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह करेंगी. उनके नेतृत्व में 4 इंस्पेक्टर और दो एसीपी भी जांच टीम में शामिल होंगे.
Sources: Home Minister Amit Shah speaks to Delhi Lieutenant Governor Anil Baijal, requests him to call representatives from Jawaharlal Nehru University (JNU) & hold talks. #JNUViolencepic.twitter.com/CD8FsaCcnM
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू हिंसा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात भी की है. बताया जा रहा है कि अमित शाह ने उपराज्यपाल से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के प्रतिनिधियों को बुलाकर वार्ता करने को कहा है. उधर, देवेंद्र आर्य, डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) ने कहा, हमने कल जेएनयू में हुई हिंसा का संज्ञान लिया है और एक एफआईआर दर्ज की है. उन्होंने कहा, सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी.
यह भी पढ़ें : खूनी खेल को बंद करे संघ परिवार, जेएनयू में नाजी स्टाइल में छात्रों-शिक्षकों पर हमला किया गया: पी विजयन
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है. कुलपति ने कहा, विश्वविद्यालय सभी छात्रों के लिए अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की सुविधा देने के लिए हमेशा उपलब्ध है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका पंजीकरण बिना किसी बाधा के संपन्न होंगे. एम. जगदीश कुमार ने कहा, उन्हें प्रक्रिया से डरने की जरूरत नहीं है. विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है.
JNU कैंपस में 8 अक्टूबर से फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रसंघ समेत आम छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के विरोध में छात्रों ने दिसंबर में सेमेस्टर एग्जाम का बहिष्कार किया था. 5 जनवरी यानी रविवार को विंटर सेमेस्टर में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन का आखिरी दिन था. दो दिन तक लेफ्ट संगठनों ने सर्वर रूम पर कब्जा जमा रखा था, जिससे रजिस्ट्रेशन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. रविवार शाम को कैंपस के टी प्वाइंट के सामने छात्र विरोध दर्ज कर रहे थे.
यह भी पढ़ें : जेएनयू कैंपस में दिल्ली पुलिस को समय से एंट्री मिलती तो नहीं होती हिंसा!
बताया जा रहा है कि थोड़ा अंधेरा होते ही कैंपस में अचानक 40 से 50 युवकों की भीड़ चेहरे पर नकाब पहने हाथों में लाठियां लेकर आ धमकी और छात्रों से मारपीट, तोडफ़ोड करना शुरू कर दिया. युवकों की भीड़ ने गर्ल्स हॉस्टल में जाकर शीशे तोड़े और छात्राओं से भी मारपीट की.
Source : News Nation Bureau