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जामिया प्रशासन का पुलिस पर आरोप- कैंपस में जबरन घुसकर छात्रों को पीटा और किया ये काम

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली पुलिस के कर्मी बिना अनुमति के जबरन विश्वविद्यालय में घुस गए और कर्मचारियों तथा छात्रों को पीटा गया.

Updated on: 15 Dec 2019, 10:04 PM

दिल्ली:

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली पुलिस के कर्मी बिना अनुमति के जबरन विश्वविद्यालय में घुस गए और कर्मचारियों तथा छात्रों को पीटा गया तथा उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया. विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि पुस्तकालय के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं.

नजमा अख्तर ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की. सूत्रों ने बताया कि दक्षिण दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के तुरंत बाद पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में घुस गई और छिपने के लिए परिसर में आए कुछ ‘बाहरी लोगों’ को गिरफ्तार करने के लिए विश्वविद्यालय के द्वारों को बंद कर दिया.

जामिया मिल्लिया छात्रों के समूह के साथ-साथ टीचर्स एसोसिएशन ने भी रविवार की अपराह्र विश्वविद्यालय के निकट हुई हिंसा और आगजनी से खुद को अलग किया है. पुलिस के साथ युवक छात्रावासों से बाहर आते दिखे जिनके हाथ ऊपर की तरफ उठे हुए थे. उनमें से कुछ ने दावा किया कि पुलिस पुस्तकालय में भी घुसी और छात्रों का ‘उत्पीड़न’ किया.

नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है. इसे लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा कि हिसंक प्रदर्शन को लेकर हिदायतन सोमवार को साउथ दिल्ली के सभी स्कूल बंद रहेंगे. इसके तहत दिल्ली के ओखला, जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और मदनपुर खादर इलाके के सभी स्कूल-कॉलेज शामिल हैं, जोकि बंद रहेंगे.