Delhi Metro : दिल्ली में मेट्रो ट्रेन को राजधानी की लाइफ लाइन कहा जाता है. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो देश की सबसे बड़ी ट्रेन सर्विस भी है. यहां रोजाना 10 लाख से ज्यादा लोग दिल्ली मेट्रो में यात्रा करते हैं. खासकर ऑफिस जाने वाले लाखों लोग मेट्रो से सफर करने को ही प्राथमिकता देते हैं. इसके अलावा दिल्ली एनसीआर में कहीं घूमने जाने वाले लोग भी सड़कों पर लगे जाम से बचने के लिए मेट्रो से सफर करना ही ज्यादा पसंद करते हैं. यात्रा के लिए दिल्ली मेट्रो क्यूआर कोड के अलावा मेट्रो कार्ड भी उपलब्ध कराती है, जिसके मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट के समय स्कैन करना होता है. लेकिन हाल ही में दिल्ली मेट्रो में सामने आए एक स्कैम ने डीएमआरसी की नींद उड़ा दी.
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कहीं ब्लॉक न हो जाए आपका कार्ड
दरअसल, सोशल मीडिया पर इस घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हुए थे, जिसमे कार्ड से एंट्री करते समय शख्स के साथ दूसरे शख्स ने भी पीछे से उसके साथ ही एंट्री पा ली. मतलब, शख्स ने मेट्रो स्टेशन में फर्जी तरीके से एंट्री की. जिसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन चेतावनी जारी करते हुए कहा कि स्टेशन में ऐसे एंट्री करने की स्थिति में आपका कार्ड ब्लॉक हो सकता है. ऐसा होने पर अगर आप एग्जिट गेट पर कार्ड का यूज करेंगे तो वह मान्य नहीं होगा. इसलिए बेहतर होगा कि अगर आप स्टेशन में एंट्री लें तो इस बात का ख्याल रखें कि आपके कार्ड पर आपके साथ कोई दूसरा एंट्री न पाए. नहीं तो आपका कार्ड ब्लॉक हो जाएगा.
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2002 में हुई थी दिल्ली मेट्रो की शुरुआत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली मेट्रो भारत की राजधानी दिल्ली- एनसीआर की मेट्रो परिवहन व्यवस्था है, जिसको दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड संचालित करता है. दिल्ली में मेट्रो ट्रेन का आगाज 24 दिसंबर 2002 को हुआ था और सबसे पहले शहादरा तीस हजारी लाईन की शुरुआत हुई थी. इस परिवहन व्यवस्था की अधिकतम गति 80 किमी/घंटा रखी गयी है. और यह हर स्टेशन पर लगभग 20 सेकेंड रुकती है.