दिल्ली में केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) को जबरन बदनाम करने की कोशिशें की जा रही हैं. यह एक बार फिर एलजी (LG) की ओर से गठित जांच समिति की रिपोर्ट से साबित हो गया है. डीटीसी बसों की खरीद के मामले ( DTC Bus Scam ) में एलजी की जांच समिति ने केजरीवाल सरकार को क्लीन चिट दी है. इसके बाद आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए झूठ फैलाने का आरोप लगाया. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
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जांच समिति की रिपोर्ट में आरोप झूठे पाए गए
भाजपा के नेता विजेंद्र गुप्ता ने डीटीसी बसों की खरीद के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. डीटीसी बसों की टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद एलजी ने जांच कमेटी का गठन किया था. अब जांच समिति ने उपराज्यपाल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में स्पष्ट कर दिया है कि डीटीसी बसों की खरीद को लेकर टेंडर प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं की गई है.
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डीटीसी बसों की खरीद पर लग गई थी रोक
दिल्ली के उपराज्यपाल की तरफ से डीटीसी बसों में खरीद को लेकर समिति गठित करने के बाद खरीद प्रक्रिया पर रोक लग गई थी. केजरीवाल सरकार की तरफ से जांच रिपोर्ट आने तक खरीद प्रक्रिया पर रोक लगाई गई थी. अब जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद केजरीवाल सरकार खरीद प्रक्रिया को जल्द शुरू कर सकती है.
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डीटीसी बसों के बेड़े को बढ़ा रही सरकार
दिल्ली में केजरीवाल सरकार परिवहन व्यवस्था को विश्व स्तरीय बनाने की दिशा में काम रही है. इसके साथ ही दिल्ली में आसानी से सार्वजनिक परिवहन के साधन लोगों को उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रही है. इसके कारण ही दिल्ली में डीटीसी बसों के बेड़े को सरकार बढ़ा रही है.
HIGHLIGHTS
- भाजपा नेता ने डीटीसी बसों की खरीद में भ्रष्टाचार के लगाए थे आरोप
- जांच समिति ने उपराज्यपाल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी