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कोरोना महामारी में अच्छे काम करने वाले टीचरों को सम्मानित करेगी दिल्ली सरकार, सिसोदिया का ऐलान

मनीष सिसोदिया ने बताया कि कोरोना के दौरान शिक्षकों ने महत्वपूर्ण किरदार निभाया. क्वारंटीन सेंटर में ड्यूटी से लेकर स्कूलों में राशन बांटने तक, टीका लगवाने में, इंफोर्समेंट सबमें टीचरों ने काम किया.

Updated on: 04 Sep 2021, 02:56 PM

highlights

  • दिल्ली में टीचरों को सम्मानित किया जाएगा
  • कोरोना काल में अच्छे काम करने वाले टीचर होंगे सम्मानित
  • मनीष सिसोदिया ने सम्मानित करने का किया ऐलान 

नई दिल्ली :

कोरोना के दौरान शिक्षकों ने दिल्ली (Delhi) के लिए अहम भूमिका निभाई. उनके इस सेवा भाव के लिए दिल्ली सरकार उन्हें सम्मानित करेगी. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शिक्षकों को सम्मानित करने का ऐलान किया. मनीष सिसोदिया (Manish sisodia)  ने बताया कि कोरोना के दौरान शिक्षकों ने महत्वपूर्ण किरदार निभाया. क्वारंटीन सेंटर में ड्यूटी से लेकर स्कूलों में राशन बांटने तक, टीका लगवाने में, इंफोर्समेंट सबमें टीचरों ने काम किया. इतना ही नहीं जिन्होंने महामारी में ड्यूटी की, उन्होंने तमाम चुनौतियों के बीच ऑनलाइन क्लासेज भी जारी रखी. 

मनीष सिसोदिया ने आगे बताया कि  लोगों के प्रवास के दौरान शिक्षकों ने जिम्मेदारी लेकर बच्चों को दिल्ली में रुकवाया. ऑनलाइन क्लासेज के लिए खुद पैसे देकर बच्चों का मोबाइल रिचार्ज कराया. शिक्षकों ने यह साबित किया कि गोविंद से भी आगे गुरु को रखना है. दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि इस साल का जो टीचर्स अवार्ड होगा वो भी विशेष रहेगा. पहले ये एकेडमीक परफॉर्मेंस पर होते थे.

प्राइवेट टीचर के लिए भी अवॉर्ड खोले गए हैं

उन्होंने आगे कहा कि 2016 में हमने इसे ग्रैंड फंक्शन में बदला था . 103 को बढ़ाकर 122 अवार्ड कर दिया गया है. पहले 15 साल के अनुभव वाले टीचर्स को ही अवार्ड मिलता था. अब इसे बदलकर 3 साल कर दिया गया है.  अब हमने गेस्ट टीचर्स प्राइवेट स्कूल टीचर के लिए भी यह अवार्ड खोल दिया है.  स्कूलों के स्ट्रेंथ के हिसाब से हमने अलग-अलग कैटेगरी बना दी गई है.

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इस साल हमने फेस ऑफ DEO के नाम से दो अवार्ड शुरू होंगे

मनीष सिसोदिया ने आगे बताया कि  इस साल हमने फेस ऑफ DEO के नाम से दो अवार्ड शुरू किए हैं. कुछ भी उल्लेखनीय काम कर रहे हैं, जिससे शिक्षा विभाग का नाम बढ़ता है, ऐसा एक कार्यक्रम शुरू किया है.  अब कितने भी टीचर एक स्कूल से अप्लाई कर सकते हैं. कोरोना के दौरान किसी ने काम किया है, तो उसे स्पेशल माना जाएगा.  इस बार 1108 आवेदन आए हैं और 122 नाम चुने गए हैं.