एशिया की सबसे बड़ी मार्केट गांधीनगर में सरस्वती भंडार की गली नंबर 1 ने मंगलवार सुबह करीब 7:45 बजे भीषण आग लग गई. इस आग की चपेट में आकर 4 इमारतों की 7 दुकानें खाक हो गई. गनीमत रही कि उस समय तक मार्केट में दुकानदार और कर्मी नहीं पहुंचे थे, जिस वजह से किसी के हताहत होने या इमारत में फंसे रहने की सूचना व आशंका नहीं है.
दुकानों में रखा लाखों रुपए का माल पूरी तरह जल गया. कुछ दुकानदारों का कहना है कि उनका पूरा बिजनेस बर्बाद हो गया. शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है. आग ग्राउंड फ्लोर की एक दुकान के बाहरी हिस्से से उठी थी. देखते ही देखते बिजली के खंभों और तारों के जाल में भीषण आग लग गई, लपटें कितनी खौफनाक थी इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है की एक दुकान की आंख से ना सिर्फ आसपास की तीन बिल्डिंगों में आग लगी, बल्कि लगते गली पार करके सामने वाली बिल्डिंग तक भी पहुंच गई. और कुछ ही देर में सामने वाली बिल्डिंग भी लपटों से घिरी थी.
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दिल्ली फायर सर्विस की करीब 20 गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब जाकर 3 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका. संकरी गली होने की वजह से दमकल की गाड़ियों को करीब 40-50 फुट की दूरी पर खड़ा किया गया था. वहां से पाइप रोल के सहारे लपटों पर पानी का प्रेशर दिया गया. दमकल कर्मियों ने आसपास की बिल्डिंग पर चढ़कर 4 बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाया.
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गांधीनगर में बार-बार आग लगने की घटनाओं से दुकानदारों में रोष है. उनका कहना है कि बिजली की तारें बेतरतीब तरीके से जगह-जगह फैली हैं. लोड न उठा पाने की वजह से उन में शॉर्ट सर्किट से आग लग रही है, जिसका खामियाजा दुकानदारों को उठाना पड़ता है.
वहीं दूसरी ओर न्यूज नेशन को कुछ दुकानदारों ने यह भी कहा कि हादसों के पीछे कहीं ना कहीं दुकानदार भी जिम्मेदार हैं. दुकानदारों ने अतिक्रमण करके रास्तों को संकरा कर दिया है. जिस वजह से फायर की गाड़ियां समय पर अंदर नहीं आ पाती हैं.