/newsnation/media/post_attachments/images/2022/03/09/cmkajriwal-42.jpg)
arvind kejriwal( Photo Credit : File Pic)
दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ( Delhi State Election Commissioner SK Srivastava ) ने कहा कि चूंकि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से हमारे द्वारा जांच की जानी बाकी है, हम अभी एमसीडी चुनाव ( MCD election dates ) की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे. हमें कुछ और दिन लगेंगे. हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है. एसके श्रीवास्तव (स्टेट इलेक्शन कमिश्नर,दिल्ली यूटी चंडीगढ़) ने कहा कि दिल्ली में नगर निगम के चुनाव की तारीख घोषणा करने का हमारा प्लान था, लेकिन हमें केंद्र की तरफ से एक कंम्यूनिकेशन प्राप्त हुआ है. इसलिए हो सकता है की 5 से 7 दिन में दोबारा आपको बुलाया जाए. कंम्यूनिकेशन के मुताबिक तीनो निगम को एक करने को लेकर जानकारी मिली है. अब उस पर मैं लीगल ओपिनियन लूंगा. आज ही लीगल ओपिनियन के लिए भेज रहा हूँ. मेरा संवैधानिक पद है, मैं बाध्य नही हूँ, लेकिन लीगल ओपिनियन ले रहा हूँ.
We aren't postponing the elections. If at all unification of municipal corporations take place before 18th May, then we have to examine the situation. That's why we need time as of now to seek legal opinion on it: SK Srivastava, State Election Commissioner pic.twitter.com/B1fCcdf8Qv
— ANI (@ANI) March 9, 2022
दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जिनकी कानूनी जांच अभी बाकी है, हम अभी MCD चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे। हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है.
भाजपा भाग गयी। MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली
दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे
हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी
पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 9, 2022
इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा भाग गयी। MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली. दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे. हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी. पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था.
Source : Mohit Bakshi