राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने के बाद कांग्रेस और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी आप के बीच राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गई है. कांग्रेस की दिल्ली इकाई के नेताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर प्रदूषण रोकने के लिए कोई कदम न उठाने का आरोप लगाया और राज्य सरकार के खिलाफ गिरफ्तारी भी दी. केजरीवाल के आवास पर आयोजित विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व नवनियुक्त डीपीसीसी अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने किया. दिल्ली की वायु गुणवत्ता जहरीली हो गई है और कुछ स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 1,200 दर्ज किया गया है.
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण का यह स्तर प्रति दिन 33 सिगरेट पीने के बराबर है. अमेरिकी दूतावास ने इस मौसम की सर्वोच्च प्रदूषण रीडिंग पीएम-2.5 के स्तर को अपराह्न् एक बजे 802 पर दर्ज किया. प्रदूषण स्तर आधी रात बाद एक बजे से बढ़ रहा है. अनुमान में कहा गया है, "एक्यूआई सोमवार तड़के तक गंभीर श्रेणी में बना रह सकता है, लेकिन दिन चढ़ने के साथ-साथ इसमें सुधार होकर यह बहुत खराब स्तर के ऊपर रह सकता है."
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग की उत्तर क्षेत्रीय पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शनिवार को हुई हल्की बूंदाबांदी ने रविवार को वायु प्रदूषण के संकट को गहरा दिया. उन्होंने आगे कहा कि सामान्य या तेज बारिश हवा में घुले दूषित तत्वों को वायुमंडल से बाहर धकेलने में सक्षम होती है, लेकिन हल्की बूंदाबांदी में दूषित कण वायुमंडल में व्याप्त नमी के साथ मिलकर धुंध की परत को गहरा देते हैं. इससे हवा की गुणवत्ता में गिरावट आना तय है.
बता दें कि दिल्ली में रविवार सुबह 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 483 दर्ज किया गया, जबकि शनिवार को हवा की गति मामूली रूप से बढ़ने और हल्की बारिश होने से प्रदूषण स्तर कम हुआ और शाम को एक्यूआई 399 पर आया था. मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को हवा की गति में तीन किमी प्रतिघंटा की मामूली बढ़ोतरी हुई है. हालांकिस सोमवार को सुबह हल्का कोहरा होने से वायु प्रदूषण की परेशानी बढ़ेगी, लेकिन दिन में धूप निकलने और हवा की गति 18 से 20 किमी प्रतिघंटा होने की उम्मीद को देखते हुए दोपहर तक प्रदूषण से हल्की राहत मिल सकती है. हालांकि, मौसम का यह मिजाज बुधवार तक बरकरार रह सकता है.
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कुलदीप श्रीवास्तव ने आगे कहा कि छह नवंबर को हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के उत्तर पश्चिमी इलाकों में सामान्य से तेज बारिश की संभावना है. इसके बाद सात नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ का असर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और आसपास के इलाकों तक पहुचंने से इन क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश की उम्मीद है. उन्होंने माना कि हालांकि, इससे तापमान में गिरावट के साथ कोहरे में बढ़ोतरी होगी, लेकिन हवा की गति में सुधार से वातावरण में घुले दूषित तत्वों से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र को सात नवंबर से प्रभावी राहत मिल सकेगी.
Source : आईएएनएस