(रिपोर्ट- हरीश झा)
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को प्राइवेट स्कूलों द्वारा गलत तरीके से फीस बढ़ाने के खिलाफ सख्त रुख अपनाया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कई अभिभावकों ने मुझसे मिलकर अपनी समस्याएँ साझा की हैं. यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है कि कोई भी स्कूल किसी भी अभिभावक या बच्चे को मानसिक रूप से प्रताड़ित करे, स्कूल से निकालने की धमकी दे या बिना नियमानुसार फीस वृद्धि करे. मुख्यमंत्री ने इन स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग के अधिकारियो को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही ऐसे सभी स्कूलों की पहचान कर उनके विरुद्ध तुरंत नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए हैं.
शिक्षा परिवर्तन का सबसे शक्तिशाली माध्यम
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा संकल्प है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक शिक्षा मिले. हम शिक्षा को केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि परिवर्तन का सबसे शक्तिशाली माध्यम मानते हैं. हमारी सरकार दिल्ली में ऐसी शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है जो छात्रों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन कौशल, सोचने की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता भी दे. चाहे स्मार्ट क्लासरूम हों, प्रशिक्षित शिक्षक हों, या स्किल डेवलपमेंट की योजनाएं. हम हर स्तर पर शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने का कार्य कर रहे हैं ताकि दिल्ली का हर बच्चा अपने सपनों को साकार कर सके.
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कही यह बात
उन्होंने आगे बताया कि मंगलवार को जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कहा कि दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस बढ़ोतरी और बच्चों को निकालने का मामला हमारे सामने आया है. हमारे संज्ञान में एक स्कूल विशेष की गंभीर शिकायतें भी आईं हैं और इस मामले को पूरी संवेदनशीलता से लिया जा रहा है. अभिभावको और स्कूली बच्चो ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए कि स्कूल प्रशासन अभिभावकों से गलत तरीके से फीस वसूल रहा है और मना करने पर बच्चों को स्कूल से बाहर कर दिया जाता है. यह स्पष्ट है कि किसी भी स्कूल को यह अधिकार नहीं है कि वह बच्चों या उनके अभिभावकों को परेशान करे, स्कूल से निकालने की धमकी दे या मनमानी तरीके से फीस बढ़ाए. इस संबंध में कानून और नियम तय हैं, और उनका पालन करना अनिवार्य है. यदि कोई स्कूल इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे. साथ ही जिन स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों ने शिकायतें की हैं, उन सभी को आज नोटिस जारी किए जा रहे हैं. उन्हें अपनी जवाबदेही स्पष्ट करनी होगी, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी. आज इस विषय पर तुरंत संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तत्काल जांच कर कड़ी और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
प्राइवेट स्कूलों की नहीं चलेगी मनमानी
सीएम रेखा गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर कोई स्कूल अपनी मनमानी जारी रखता है और बच्चों या उनके परिवारों को मानसिक रूप से परेशान करता है, तो ऐसे संस्थानों को नतीजे भुगतने पड़ेंगे और दोषी पाए जाने पर ऐसे स्कूलों की मान्यता रद्द की जाएगी. दिल्ली सरकार बच्चों और अभिभावकों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.