दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा लोक निर्माण विभाग (PWD) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस बैठक का उद्देश्य दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति का आकलन करना और केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना था.
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान बताया कि सरकार का प्रमुख उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राजधानी का हर नागरिक समय पर, गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सके. उन्होंने कहा कि स्वस्थ दिल्ली, विकसित दिल्ली की नींव है. इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार 24x7 समर्पित रूप से कार्य कर रही है. हम नए अस्पतालों के निर्माण और पुराने अस्पतालों के आधुनिकीकरण को युद्धस्तर पर पूरा कर रहे हैं.”
प्रमुख घोषणाएं और प्रगति विवरण:
1. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY)
योजना के अंतर्गत अब तक 2,95,237 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है, जिन्हें ₹10 लाख तक का निःशुल्क उपचार मिलेगा. यदि दिल्ली में उपयुक्त इलाज नहीं हो पाता, तो लाभार्थी देश भर में सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में उपचार प्राप्त कर सकते हैं.
2. प्रधानमंत्री वय वंदना योजना
बुजुर्गों के लिए चलाई जा रही इस योजना के अंतर्गत अब तक 1,23,242 वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण हुआ है. शेष पात्र नागरिकों का शीघ्र पंजीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
3. नए अस्पतालों का निर्माण एवं अपग्रेडेशन
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में नए अस्पतालों की परियोजनाओं पर तेजी से कार्य हो रहा है. निर्माणाधीन व अपग्रेड हो रहे सभी अस्पतालों को भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों (IPHS) के अनुसार विकसित किया जाएगा.
4. आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना
आयुष्मान भारत मिशन के तहत दिल्ली सरकार 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना कर रही है. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 15 ऐसे केंद्र बनाए जाएंगे.
• अब तक 968 स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं.
• 70 स्थलों पर निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है.
• ये केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं, आवश्यक दवाएं, स्वास्थ्य जांच और जागरूकता कार्यक्रम प्रदान करेंगे.
5. सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों एवं मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों (CDMOs) को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाओं की नियमित निगरानी की जाए और तय समय सीमा में काम पूरा हो. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अंत में कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली सरकार के अस्पताल निजी अस्पतालों से बेहतर सेवा प्रदान करें. हम दिल्ली की स्वास्थ्य संरचना को मज़बूत और मानवीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”