दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने मेधावी छात्रों को किया सम्मानित, शिक्षा को ‘फर्स्ट चॉइस’ बनाने का संकल्प दोहराया
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने 10वीं और 12वीं कक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया. 87 विद्यार्थियों को टैबलेट बांटे, इनमें 16 छात्र 10वीं कक्षा और 71 छात्र 12वीं कक्षा से थे
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 10वीं और 12वीं कक्षा में बहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया. राजधानी प्रतिभा बाल विकास विद्यालय, राजपुर रोड में आयोजित एक खास समारोह में उन्होंने शिरकत की. इस मौके पर शिक्षा मंत्री आशीष सूद, शिक्षकगण, अभिभावक और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे. सीएम ने 87 विद्यार्थियों को टैबलेट बांटकर सम्मानित किया. इनमें 16 छात्र 10वीं कक्षा और 71 छात्र 12वीं कक्षा से थे. इसके साथ ही उन्होंने उन 20 सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों को कंप्यूटर भेंट किया. इनके स्कूलों की बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम रहा.
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सीएम ने अपने संबोधन में छात्रों को उनकी मेहनत और समर्पण को लेकर बधाई दी और कहा, “आपने केवल अंकों की नहीं, बल्कि अपने संकल्प और सकारात्मक सोच की जीत हासिल की है. सरकार को आप पर गर्व है.” उन्होंने कहा कि वह स्वयं दिल्ली सरकार के अशोक विहार स्थित एक सरकारी स्कूल से पढ़ी हैं और आज भी अपनी शिक्षा को अपने जीवन की नींव मानती हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकार की शिक्षा नीति की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि बीते 100 दिनों में स्कूल प्रशासन, बुनियादी ढांचे, बहुभाषी शिक्षा, डिजिटल सेवाओं और स्मार्ट क्लासरूम जैसी पहलुओं पर कई अहम निर्णय लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल, हर अभिभावक की ‘फर्स्ट चॉइस’ बनें- जैसे उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी एक प्रमुख विकल्प होता है.
75 नए ‘सीएम श्री स्कूल’ आरंभ होंगे
सीएम ने आगे ऐलान किया कि इस वर्ष दिल्ली में 75 नए ‘सीएम श्री स्कूल’ आरंभ होंगे. यह विश्वस्तरीय सुविधाओं, अनुभव आधारित शिक्षण और भारतीय मूल्यों से लैस होंगे. उनका लक्ष्य है कि सरकारी स्कूलों के छात्रों को भी निजी स्कूलों के समान या उससे बेहतर शैक्षिक वातावरण मिले.शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने भी समारोह को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों की माताओं के योगदान को खास रूप से सराहा. उन्होंने कहा, “हर सफल छात्र के पीछे उसकी मां की मेहनत और त्याग है.” उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि बीते वर्षों में सरकारी और निजी स्कूलों के बीच असंतुलन रहा है, लेकिन अब सरकार इसे दूर करने के लिए संकल्पित है.
विद्यार्थियों के समग्र विकास पर बल देगी
सीएम ने दोहराया कि सरकार केवल परीक्षा परिणामों पर नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास पर बल देगी. उन्होंने कहा, “हम कमजोर बच्चों को नजरअंदाज नहीं करेंगे. वहीं उन्हें अधिक गाइडेंस और सहयोग देंगे.” उनका लक्ष्य है कि दिल्ली के सभी सरकारी स्कूल अगले वर्षों में 100 प्रतिशत परिणाम की दिशा में कार्य करें.