दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज सेवा नगर स्थित कुशक नाला डिपो से 400 अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह पहल ‘दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरकनेक्टर’ (DEVI) योजना के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य राजधानी में सार्वजनिक परिवहन को हरित, सुरक्षित और सुलभ बनाना है.
मुख्यमंत्री ने इसे दिल्ली के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया और कहा कि यह पहल न केवल आखिरी मील तक कनेक्टिविटी को सुदृढ़ बनाएगी बल्कि प्रदूषण की समस्या से निपटने में भी सहायक होगी. उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष के अंत तक दिल्ली में लगभग 2,080 और इलेक्ट्रिक बसें जोड़ी जाएंगी.
बसों की विशेषताएं:
- सीसीटीवी कैमरा
- लाइव ट्रैकिंग सिस्टम
- पैनिक बटन और बज़र
- मोटर चालित रैंप दिव्यांगजनों के लिए
- रिट्रैक्टेबल स्टेप्स, जिनकी ऊँचाई मात्र 40 सेमी है
- ऑटो-फ्लश और MNVR सिस्टम
बसों का नाम ‘DEVI’ रखा गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली हमेशा मां दुर्गा की कृपा से सशक्त रही है. इसी श्रद्धा और शक्ति को ध्यान में रखकर इन बसों का नाम ‘DEVI’ रखा गया है. इसके साथ ही सरकार ने निजी वाहनों को भी इलेक्ट्रिक में बदलने के लिए जल्द ही एक नई ईवी नीति लाने की घोषणा की है, जिसमें छूट और प्रोत्साहन दिए जाएंगे. सरकार ने इस दिशा में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग ₹9,000 करोड़ का बजट परिवहन विभाग को आवंटित किया है.
प्रदूषण-मुक्त राजधानी के संकल्प की दिशा में बड़ा कदम
इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सड़क परिवहन राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा और दिल्ली सरकार के कई मंत्री और विधायक उपस्थित थे. सभी ने इस कदम को ‘विकसित दिल्ली’ की दिशा में एक ठोस प्रयास बताया. मुख्यमंत्री गुप्ता ने अंत में कहा, “हम सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास की भावना से काम कर रहे हैं. DEVI योजना हमारे हरित और प्रदूषण-मुक्त राजधानी के संकल्प को साकार कर रही है.”