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केंद्र की मदद से दिल्ली में हो रहे रैपिड टेस्ट- सीएम अरविंद केजरीवाल

केंद्र की मदद से दिल्ली में हो रहे रैपिड टेस्ट- सीएम अरविंद केजरीवाल

Updated on: 22 Jun 2020, 01:26 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उन्हें केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है और अब टेस्टिंग 3 गुना बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि पहले करीब 5 हजार टेस्ट किए जाते थे और अब तकरीबन हर रोज 18 हजार टेस्ट किए जाते हैं. सीएम केजरीवाल ने बताया कि केंद्र की मदद से रैपिड टेस्ट हो रहे हैं.

सीएम केंजरीवाल ने बताया कि आज दिल्ली में लगभग 25,000 एक्टिव मामले हैं. उसमें से अस्पतालों में 6,000 और होम आइसोलेशन में 12,000 लोग हैं. अच्छी खबर ये है कि एक हफ़्ते में बस 1,000 एक्टिव केस बढ़े हैं.

सीएम केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार अब हर मरीज़ को पल्स मीटर देने जा रही है. इससे मरीज खुद अपना ऑक्सीजन लेवल जांच सकेंगे. अगर वो पाते है कि उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया है तो वो तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते है, उनको तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जाएगा.

सीएम केजरीवाल ने कहा, हमनें युद्धस्तर पर कोरोना बेड का इंतज़ाम किया है. दिल्ली में इस समय लगबग 7000 बेड खाली है. चिंता न करे, हम बेड की कमी बिल्कुल नहीं होने देंगे.

सीएम केजरीवाल ने कहा, पिछले दिनों में हमने तीन गुना से अधिक टेस्टिंग कर दी है. बीच में टेस्ट कराने में दिक्कत आ रही थी. बीच में कुछ लैब ने गड़बड़ की थी उनके खिलाफ एक्शन लिया था. सारी लैब को सख्ती के साथ कहा गया है कि सही काम करना है. पूरी क्षमता के साथ काम करना है. जिन लोगों का इलाज हम घर पर करते हैं, हमारी टीन उन्हें रोज फोन करती है. उनका हालचाल पूछती है. उनको राय देती है उन्हें क्या-क्या करना है.

उन्होंने बताया कि 12 जून को दिल्ली में 5300 बेड भरे पड़े हुए थ.। आज की तारीख में 6200 बेड भरे है. 10 दिन में 900 बेड भरे हैं. इन 10 दिनों में 23 हजार नए मरीज आए. केवल 900 बेड की जरूरत पड़ी. इसके दो मायने है. जितने लोग अस्पताल में आ रहे है उतने ठीक हो रहे है. सीरियस केस कम आ रहे है. लगभग बेड की स्थिति ठीक है. फिर भी हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठे हैं. हम बेड की व्यवस्था कर रहे हैं. आज 7000 बेड खाली पड़े हैं.

सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र सरकार मिलकर कोरोना से काबू कर रही है. यह समय राजनीति करने का नहीं है. लड़ाई झगड़े का नहीं है. अगर आपस में लडेंगे तो करोना जीत जाएगा. आज पूरा देश चीन के खिलाफ दो युद्ध लड़ रहा है. पहला चीन के वायरस से दूसरा सीमा पर लड़ रहे हैं. वायरस के खिलाफ डॉक्टर व नर्स और सीमा पर सैनिक लड़ रहा है. दोनों युद्ध को हमें मिलकर लड़ना है. इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. हमारे 20 जवाब पीछे नहीं हटे. पूरा देश भी पीछे नहीं हटने वाला है.