दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल का आदेश- होटल और धर्मशाला खाली करें क्वारंटाइन हुए स्टाफ

दिल्ली में कोरोना के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल ने क्वारंटाइन हुए अस्पताल के सभी स्टाफ को होटल या धर्मशाला 21 मई दोपहर 12 बजे तक खाली करने के आदेश जारी किए हैं

दिल्ली में कोरोना के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल ने क्वारंटाइन हुए अस्पताल के सभी स्टाफ को होटल या धर्मशाला 21 मई दोपहर 12 बजे तक खाली करने के आदेश जारी किए हैं

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Aditi Sharma
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दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल का आदेश( Photo Credit : प्रतिकात्मक तस्वीर)

दिल्ली में कोरोना के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल ने क्वारंटाइन हुए अस्पताल के सभी स्टाफ को होटल या धर्मशाला 21 मई दोपहर 12 बजे तक खाली करने के आदेश जारी किए हैं. आदेश में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइंस का हवाला दिया गया है. LNJP के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार द्वारा जारी आदेश में लिखा गया है कि 21 मई के बाद अस्पताल द्वारा किसी भी तरह खर्चा नही दिया जाएगा और गेस्ट को खुद ही खर्चा वहन करना होगा.

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दरअसल दिल्ली सरकार ने फैसला किया था कि जो डॉक्टर नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना के इलाज में लगे हैं वह 14 दिन लगातार काम करेंगे जिसके बाद उनको 14 दिन आराम मिलेगा. 14 दिन आराम का मतलब यह था कि उनको एक तरह से क्वॉरेंटाइन किया जाए. इससे अगर किसी तरह का संक्रमण होता भी है तो उनके परिवार को नुकसान नहीं होगा. यह भी फैसला किया गया था कि ऐसे सभी लोगों को अस्पताल होटल/ धर्मशाला या अन्य किसी जगह में रुकने की व्यवस्था करेगा. सारा खर्चा अस्पताल उठाएगा.

लेकिन अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों का हवाला देकर कहा जा रहा है कि मेडिकल स्टाफ होटल या धर्मशाला के कमरे खाली कर दें. अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर के आदेश के बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इसका विरोध किया है. रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में कहा गया है 'कोरोना वायरस 2-14 तक अपना असर दिखा सकता है. PPE किट पहनने के बाद भी गैर लक्षण वाले हेल्थ केयर वर्कर कई मामलों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. ड्यूटी के बाद 14 दिन क्वॉरेंटाइन, सभी स्टाफ़ की टेस्टिंग चाहे वह गैर लक्षण वाला हो या PPE पहनने वाला ज़रूरी है. यह व्यवस्था हटाने से वायरस के डॉक्टर, उनके परिवार, मरीज और कम्युनिटी में फैलने का खतरा बढ़ेगा. इसलिए हाल ही में जारी की गई गाइडलाइन में संशोधन करें और देश के लिए कोरोना वारियर को राहत दें.

दिल्ली के LNJP अस्पताल के डॉक्टर्स को क़वारन्टीन करने के लिए जो होटल धर्मशाला खाली करने का आदेश दिया गया था उसे कल रात खाली करने के आदेश दे दिए गए जिसके बाद ये डॉक्टर्स अपना सामान लेकर अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर के दफ्तर के बाहर पहुंच गए. इन डॉक्टर्स ने इकठ्ठा होकर मांग की है कि इन लोगों को यूं रूम खाली कराने से कोरोनो संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा. इन डॉक्टर्स के विरोध के बाद फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने अस्थाई हल देते हुए 1 हफ्ते के लिए इनके रहने की सुविधा बढ़ा दी है, जिस दौरान ये लोग राज्य और केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रख सकेंगे.

क्या है केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन?

केंद्र सरकार की हेल्थ केयर वर्कर पर 15 मई की नई गाइडलाइन कहती है कि ' केवल हाई रिस्क कॉन्टेक्ट्स वाले ऐसे हेल्थ केयर वर्कर ही क्वॉरेंटाइन होंगे जिन्होंने बिना प्रॉपर PPE के कोरोना मरीजों को संभाला हो या जिनमे लक्षण दिखाई देंगे' केंद्र सरकार की इसी गाइडलाइन को आधार बनाते हुए दिल्ली की स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंगला ने भी आदेश जारी कर दिए हैं. स्वास्थ्य सचिव के आदेश के बाद लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने भी आदेश जारी कर दिए हैं.

Source : News Nation Bureau

Delhi News corona-virus Delhi Corona Quarantine Staff
      
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