कोरोना संकट के बीच पुलिस पहले से ही कई मुश्किलों से जूझ रही है. अब इस बीच एक और नई परेशानी सामने आ गई है. दरअसल दिल्ली के दिल्ली गेट इलाके के बाल सुधार गृह से 11 बाल अपराधी फरार हो गए हैं. बुधवार शाम को दिल्ली गेट के बाल सुधार गृह से 11 बच्चे फरार हो गए. ये बच्चे सीरियल ऑफेन्डर थे. बताया जा रहा है कि इन लोगो ने पहले सुरक्षा गार्डों के साथ मारपीट की फिर वंहा से भाग गए.
जानकारी के मुताबिक यहां ऐसे बाल अपराधियों को रखा गया था जो कई बार अपराध कर चुके थे. इस घटना में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं जिन्हें उपचार के लिए सुश्रुत ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. घटना बुधवार शाम सात बजे की बताई जा रही है.
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वहीं दूसरी तरफ कोरोना संकट भी पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. लोगों की रक्षाल करने के साथ-साथ अब पुलिसकर्मियों को खुद को भी कोरोना के प्रभाव से बचा कर रख पाना काफी मुश्किल हो रहा है. दिल्ली में 71 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिसके बाद उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है. वहीं दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में 11 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है.
ये सभी 11 लोग एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें से एक सदस्य विदेश से लौटा था जो बाद में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. अब इसके बाद बाकी सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी 11 लोगों को क्वारंटाइन कर लिया गया है.
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बता दें, ये खबर ऐसे समय में सामने आई है जब देश कोरोना संक्रमितों की संख्या 21 हजार के पार पहुंच गई है जबकि 680 लोगों की मौत हो गई है. दिल्ली में दिल्ली में 71 पुलिसकर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद क्वारंटाइन किया गया है. वहीं दूसरी तरफ सरकार ने कोविड -19 (COVID-19) महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमलों को लेकर बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाते हुए बुधवार को ऐसे अपराधों को गैर-जमानती बनाने के साथ ही अधिकतम सात साल की जेल और पांच लाख रुपये का जुर्माना प्रस्तावित कियाा है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कैबिनेट की एक बैठक के बाद कहा, उन डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा को हमारी सरकार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करती जो इस महामारी से लड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.