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हिंसाग्रस्त क्षेत्र में परीक्षा में देरी से प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश के अवसर हो सकते हैं प्रभावित: CBSE

सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा कराने को तैयार हैं जो उत्तरपूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते तय कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नहीं बैठ पाये थे.

Updated on: 02 Mar 2020, 11:03 AM

दिल्ली:

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने रविवार को कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में बोर्ड परीक्षाएं कराने में और देरी से मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के छात्रों के अवसर प्रभावित हो सकते हैं. सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा कराने को तैयार हैं जो उत्तरपूर्वी दिल्ली में हिंसा (Violence) के चलते तय कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नहीं बैठ पाये थे.

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10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं स्थगित की थी

बोर्ड ने स्कूल के प्राधानाध्यापकों से ऐसे छात्रों की सूची मांगी है . सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बोर्ड का मानना है कि 12 वीं की परीक्षाएं कराने में और देरी से मेडिकल, इंजीनियरिंग, कानून और अन्य पेशेवर पाठ्यक्रमों और स्नातक में प्रवेश के अवसर प्रभावित हो सकते हैं. ’’ बोर्ड ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्से में 29 फरवरी तक कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी थी.

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परीक्षाओं में शामिल होने में कठिनाई आ सकती है

इलाकों में सात मार्च तक स्कूल बंद हैं . उन्होंने कहा अगर परीक्षाओं में और देरी हुई तो जो छात्र बोर्ड की परीक्षाओं में बैठने के लिए तैयार हैं उनपर दबाव बढ़ जाएगा और उनकी चिंता बढ़ सकती है . अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में हुई घटनाओं से हमारे कुछ छात्रों पर असर पड़ा है . ’’ उन्होंने कहा कि सीबीएसई दोनों तरह के छात्रों को लेकर चिंतित है. कल से होने वाली परीक्षाओं में जो बैठना चाहते हैं उनके लिए भी, तथा ऐसे छात्रों के लिए भी जिन्हें मुश्किल परिस्थितियों के कारण परीक्षाओं में शामिल होने में कठिनाई आ सकती है.