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दिल्ली में स्कूल खोलने के लिए एक्सपर्ट कमेटी ने दी हरी झंडी

आज यानी बुधवार को दिल्ली सरकार द्वारा गठित DDMA की एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. जिससे सरकार को स्कूल खोलने के लिए हरी झंडी मिल गई है. सूत्रों के मुताबिक, कमिटी ने सिफारिश की है कि इस दौरान सभी क्लासेज के लिए स्कूल खोले जाएं.

Updated on: 25 Aug 2021, 09:14 PM

highlights

  • आज यानी बुधवार को DDMA ने सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट
  • स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा
  • सबसे पहले बड़ी क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खोले जाएंगे

नई दिल्ली:

आज यानि बुधवार को दिल्ली सरकार द्वारा गठित DDMA की एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. जिससे सरकार को स्कूल खोलने के लिए हरी झंडी मिल गई है. सूत्रों के मुताबिक, कमिटी ने सिफारिश की है कि इस दौरान सभी क्लासेज के लिए स्कूल खोले जाएं. इस दौरान स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. कमिटी के रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहले बड़ी क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खोले जाएं. उसके बाद मिडिल और आखिर में प्राइमरी क्लासेज को शुरू किया जाएगा. हालांकि सटीक जानकारी के लिए DDMA की अगली बैठक का इंतजार करना होगा, क्योंकि इस दौरान  DDMA की बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा. दरअसल, दिल्ली में स्कूल किस तरह खोले जाएं इसको लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने एक एक्सपर्ट कमिटी के गठन किया था.

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कमेटी की ओर से दी गई सलाह के अनुसार स्कूलों के लिए एसओपी बनाना, एसओपी का पालन करना और लागू करने के लिए स्कूलों की तैयारी पर सुझाव देना शामिल है. कमेटी की ओर से योजना का मूल्यांकन और अंतिम रूप देने की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी. इसके साथ ही कमेटी के मकसद स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों का टीकाकरण, छात्रों के माता-पिता की चिंताओं को दूर करना और सभी की भागीदारी होना सुनिश्चित करना होगा. इसके बाद ही स्कूल खोलने के सम्बंध में निर्णय लिया जाएगा.

आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना के मद्देनजर पिछले साल मार्च से ही स्कूल बंद है. कोरोना संक्रमण कम होते ही दिल्ली सरकार ने अब स्कूल ऑडिटोरियम को फिर से खोलने और ट्रेनिंग की इजाजत दे दी है, लेकिन पढ़ाई के लिए स्कूल कब खुलेंगे? यह सवाल अब भी यक्ष प्रश्न है. इसे लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के रुझान बता रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) आना लगभग तय है, इसलिए हम टीकाकरण प्रक्रिया पूरी होने तक कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं. उनसे पूछा गया था कि जिस तरह पड़ोसी राज्य में स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है क्या आप लोग भी स्कूल को खोलने के बारे में सोच रहे हैं? मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसके जवाब में कहा था कि नहीं-नहीं, अभी नहीं, जो अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड देख रहे हैं कि थर्ड वेव आएगी, तो जब तक वैक्सीनेशन पूरा नहीं हो जाता, हम बच्चों के साथ रिस्क नहीं लेंगे.