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दिल्ली में कोरोना से हाहाकार, ज्यादातर अस्पतालों में बेड्स हुए फुल

दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में अस्पतालों में बेड्स की कमी हो गई है. दिल्ली में अब हर रोज 10 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या आने लगी है. ऐसे में कोरोना मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की काफी दिक्कत हो रही है.

Updated on: 14 Apr 2021, 11:34 AM

highlights

  • दिल्ली के कई अस्पताल में बेड्स की किल्लत
  • 65 फीसदी वेंटिलेटर बेड्स फुल हो चुके
  • हर रोज आ रहे 10 हजार से ज्यादा मरीज

नई दिल्ली:

देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है. तकरीबन हर रोज एक लाख से ज्यादा कोरोना (COVID-19) मरीज सामने आ रहे हैं. स्थिति इतनी भयानक हो गई है कि दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में अस्पतालों में बेड्स की कमी हो गई है. दिल्ली में अब हर रोज 10 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या आने लगी है. ऐसे में कोरोना मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की काफी दिक्कत हो रही है. दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में बेड्स की जानकारी देने के लिए जो एप जारी किया है, उसी के अनुसार राज्य में एक दर्जन से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स जीरो हो गए हैं.

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राष्ट्रीय राजधानी में बेड्स की कमी होने से कोरोना मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए लगाए गए वेंटिलेटर लगभग भरे, 95 फीसदी तक वेंटिलेटर भर चुके हैं. एप पर आंकड़े देरी से अपडेट होते हैं ऐसे में आशंका है कि मौजूदा हालात इससे भी ज्यादा खराब हों.

जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड अस्पताल लोक नायक हॉस्पिटल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में वेंटिलेटर बेड फुल हो चुके हैं. तो वहीं GTB हॉस्पिटल में भी वेंटिलेटर भरने के कगार पर हैं. बुधवार सुबह 10:15 तक के आंकड़े की बात करें तो दिल्ली में वेटिंलेटर वाले ICU बेड्स की कुल संख्या 1178 है. जिसमें से 1097 बेड्स फुल हो चुके हैं. मतलब दिल्ली में अब सिर्फ 81 वेटिंलेटर वाले ICU बेड्स खाली बचे हैं.

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वेंटिलेटर-आईसीयू वाले कुल अस्पतालों की संख्या 94 है. वहीं 77 प्राइवेट अस्पतालों में से 63 प्राइवेट अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड फुल हो चुके हैं. एप के मुताबिक प्राइवेट अस्पतालों में करीब 40 वेंटीलेटर बेड ही बचे हैं. दिल्ली सरकार के 9 अस्पतालों में से 5 अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड फुल हो गए हैं.  जबकि GTB हॉस्पिटल में सिर्फ 6 वेंटिलेटर बेड्स बचे हैं. केंद्र सरकार के 7 अस्पतालों में से 4 अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड्स फुल हो चुके हैं.

बता दें कि दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा कई ऐसे राज्य हैं, जहां बेड्स की कमी है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हर दिन चार हजार के करीब मामले आ रहे हैं, ऐसे में वहां पर बेड्स को लेकर मारामारी बची है. यूपी सीएम ने प्रदेश में बेड्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. देश में बीते दिन 1.68 लाख कोरोना के केस दर्ज किए गए, जो अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.