logo-image

दिल्ली में कोरोना संक्रमण ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 10774 नए मामले

सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकलें क्योंकि राजधानी में कोरोनावायरस का खतरा काफी बढ़ गया है.

Updated on: 11 Apr 2021, 07:34 PM

highlights

  • 24 घंटों में सामने आए 10 हजार से ज्यादा मामले
  • सीएम केजरीवाल ने ऐसे हालात पर जताई चिंता
  • व्यवस्था बिगड़ी तो लगाना पड़ेगा लॉकडाउनः केजरीवाल

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. राजधानी में आए दिन कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं. बीते 24 घंटों में दिल्ली में 10,774 नए मामले सामने आए हैं. आपको बता दें कि अब तक दिल्ली में एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा नई मरीजों की संख्या है. आपको बता दें कि इसक पहले राजधानी दिल्ली का पिछला सबसे बड़ा रिकॉर्ड 11 नवंबर का था जब एक दिन में 8593 नए संक्रमण के मामले रिपोर्ट हुए थे. पिछले 24 घंटों में 48 मरीजों की मौत हुई, 14 दिसंबर के बाद सबसे ज्यादा है. 14 दिसंबर को 1 दिन में 60 मरीजों की मौत हुई थी. वहीं अगर पिछले 24 घंटों में टेस्ट की बात की जाए तो 1,14,000 से ज्यादा टेस्ट हुए हैं जो कि अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए मीडिया के माध्यम से दिल्ली के लोगों से कोरोना संक्रमण से बचने की अपील करते हुए सावधानियां बरतने की बात कही है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकलें क्योंकि राजधानी में कोरोनावायरस का खतरा काफी बढ़ गया है.

अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''दिल्ली सरकार राजधानी में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए 3 स्तर पर काम कर रही है. कोरोना के प्रोटोकॉल फॉलो करने होंगे. लोगों को मास्क पहनना जरूरी है. जब कोई जरूरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए जो नई पाबंदियां लगाई गई हैं, उन्हें फॉलो जरूर करें. हम कोशिश कर रहे हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में बेस्ट से बेस्ट इलाज मिले. नवंबर के महीने में साढ़े 8 हजार की पीक आई थी, आज मामले 10 हजार के पार हो गए हैंं.''

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, दिल्ली का कोरोना ऐप आज भी काम कर रहा है, किस अस्पताल में कितने बेड मौजूद हैं उस एप पर देख सकते हैं. जिस अस्पताल में बेड उपलब्ध हैं, मरीज को लेकर वहां जाइए. लोग प्राइवेट अस्पताल की तरफ दौड़ रहे हैं, वहां बेड्स कम होते हैं. प्राइवेट अस्पताल की तरफ मत दौड़िए, सरकारी अस्पतालों में अच्छे इंतजाम हैं, वहां जाएं. इस बात का खास ध्यान रखें कि अस्पताल जाने की जरूरत होने पर ही अस्पताल जाएं, वरना बेड्स कम पड़ जाएंगे. अगर सीरियस मरीज को बेड नहीं मिला तो उसकी मौत भी हो सकती है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में पड़ रही बेड की कमी को लेकर कहा कि घर में ही आइसोलेट होकर इलाज कराइए. जब तक अस्पताल जाने की जरूरत न हो, अस्पताल न जाएं. अगर अस्पताल कम पड़ गए तो हालात और भी बिगड़ जाएंगे. लॉकडाउन कोरोना से जूझने का समाधान नहीं है. जब अस्पतालों की व्यवस्था खराब हो जाएगी, तब जाकर हम दिल्ली में लॉकडाउन लगाएंगे. अस्पतालों के अंदर बेड्स की कमी हो गई तो दिल्ली में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है. इसके अलावा केजरीवाल ने वैक्सीनेशन को लेकर लगाई पाबंदियों को भी हटाने की मांग को दोहराया है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए उम्र की पाबंदी को खत्म कर देना चाहिए और 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराई जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में 65 फीसदी मरीज 45 साल से कम उम्र के हैं.