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शाहीनबाग पहुंचे दिग्विजय सिंह( Photo Credit : ANI)
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सोमवार की रात शाहीनबाग पहुंचे. वहां नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इस कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को समर्थन देने दिग्विजय सिंह पहुंचे हैं. पिछले एक महीने से अधिक दिनों से वहां पर प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शनकारी CAA, NRC और NPR के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं आज दिल्ली के पूर्व उप राज्यपाल नजीब जंग भी प्रदर्शनकारियों से मिलने गए थे. उन्होंने भी प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन दिया.
Delhi: Congress leader Digvijaya Singh had reached Shaheen Bagh, earlier tonight, where a protest against #CitizenshipAmendmentAct, National Register of Citizens (NRC) and National Population Register (NPR) is underway. pic.twitter.com/ge2VdtJVS7
— ANI (@ANI) January 20, 2020
दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध करने वालों की कतार में जा खड़े हुए हैं. सोमवार शाम को शाहीन बाग में विगत एक महीने से अधिक से चल रहे धरना-प्रदर्शन में वह पहुंचे और सीएए कानून में बदलाव की मांग कर डाली. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि लोगों से बातचीत कर उनकी उलझनों को सुलझाना बहुत जरूरी है. सीएए विरोधी धरना-प्रदर्शन से स्थानीय लोगों की कमाई पर तो असर पड़ ही रहा है, देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसकी आंच पहुंच रही है.
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शाहीन बाग में चल रहे धरना-प्रदर्शन में पहुंचे दिल्ली के पूर्व एलजी नजीब जंग ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि नागरिकता संशोधन कानून में बदलाव की गुंजायश है. इसमें या तो मुसलमानों का नाम भी शामिल किया जाए या फिर अन्य नामों को भी हटा दिया जाए. सीएए कानून को समावेशी बनाने से सारा मामला ही खत्म हो जाएगा. यदि प्रधानमंत्री इन लोगों को बुलाकर बातचीत करते हैं, तो मामला ही सुलझ जाएगा.'
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उन्होंने कहा कि इस मसले पर बातचीत करना बहुत जरूरी है. इसके बाद ही किसी सर्वमान्य समाधान तक पहुंचा जा सकेगा. आप ही बताएं समाधान कैसे निकलेगा यदि हम बात ही नहीं करेंगे? ऐसे में आखिर कब तक नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर धरना-प्रदर्शन चलता रहेगा? अब तो इसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ने लगा है. दुकानें वगैरह बंद हैं, बसे चल नहीं रही हैं. इस कारण सरकार के साथ-साथ अन्य लोगों को भी नुकसान हो रहा है.