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CM अरविंद केजरीवाल बोले- हर बच्चे को शिक्षा मिले वो सपना बाबा साहब का पूरा करना है

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बचपन से मैं बाबा साहब का भक्त रहा हूं, उनके जीवन उनके विचारों को कई बार पढ़ा है, जितनी बार पढ़ता हूं ,उतनी बार संकल्प दृढ़ होता है कि 200-250 साल में जितने महापुरुष पैदा हुए उनमें सर्वश्रेष्ट बाबा साहेब थे.

Updated on: 14 Apr 2022, 08:58 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बचपन से मैं बाबा साहब का भक्त रहा हूं, उनके जीवन उनके विचारों को कई बार पढ़ा है, जितनी बार पढ़ता हूं ,उतनी बार संकल्प दृढ़ होता है कि 200-250 साल में जितने महापुरुष पैदा हुए उनमें सर्वश्रेष्ट बाबा साहेब थे. वे इतने गरीब परिवार में पैदा हुए, खाने को कुछ नहीं था, छुआछूत बहुत थी, तब 8वीं पास करना बड़ी बात थी, ग्रेजुएशन नामुमकिन था. लेकिन उस दलित समाज से आने वाले व्यक्ति ने ग्रेजुएशन की और 1913-14 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी पढ़ने चले गए. आज 2022 में वहां एडमिशन मिलना मुश्किल है. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से दूसरी डॉक्टरेट करके आए. मुझे यकीन नहीं होता कि ऐसा आदमी इस धरती पर पैदा हुआ.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इस साल 26 जनवरी को हमारी सरकार ने निर्णय लिया कि दिल्ली सरकार के हर दफ्तर में बाबा साहेब और भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी. हम सभी स्वतंत्रता सेनानियों की इज्जत करते हैं, लेकिन इन दो से हम ज्यादा प्रभावित हैं. मैंने अच्छे मन से ऐलान किया था. लेकिन विरोधियों ने इतनी गालियां दी कि केजरीवाल इनकी तस्वीर क्यों लगा रहा है. इनके विरोध से और प्रेरणा ली है, अब कसम खाई है कि बाबा साहेब का जीवन और उनका संदेश हर घर में पहुंचाऊंगा.

उन्होंने आगे कहा कि हमने बाबा साहेब पर नाटक कराया था. 75 साल में दुनियाभर में ऐसा नाटक नहीं हुआ था बाबा साहेब पर. मैं फक्र के साथ सीना चौड़ा करके कहता हूं तुम विरोध करो, हम ऐसे नाटक और दिखाएंगे. हमने दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में बाबा साहेब के बारे में पढ़ाई कम्पलसरी कर दी है. बाबा साहेब का सपना था कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए और हमारे नेताओं ने दो किस्म की शिक्षा शुरू कर दी, एक गरीबों के लिए, एक अमीरों के लिए. 75 साल में जान बूझकर सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क कर दिया गया. 

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे कहा कि अमीरों के साथ बैठो कमरे में तो बातें करते हैं कि ये पढ़ गए तो सिर चढ़ जाएंगे. हमारी सरकार बनी तो बहुत प्रेशर था. हमसे कहा गया कि कानून लाओ कि सभी मंत्रियों, IAS और अमीरों के बच्चे सरकारी स्कूलों में कम्पलसरी पढ़ाए जाएं. लेकिन हमने यह किया कि सरकारी स्कूल इतने शानदार कर दिए कि एक ही डेस्क पर आज जज, IAS और रिक्शे वाले के बच्चे पढ़ते हैं. इस साल पौने 4 लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से नाम कटाकर सरकारी स्कूल में एडमिशन कराया. जमाना बदल गया है, अब मेरे घर के सामने लाइन लगती है कि मेरे बच्चे का एडमिशन सरकारी स्कूल में करा दो.

उन्होंने आगे कहा कि ट्रम्प दिल्ली आए, तो उनकी पत्नी दिल्ली का सरकारी स्कूल देखने आईं. मैंने ट्रंप के स्टाफ से पूछा तो पता चला कि वे दुनियाभर में कहीं भी और सरकारी स्कूल देखने नहीं गईं. कुछ दिन पहले तमिलनाडु के सीएम सरकारी स्कूल देखने आए. सोमवार यानी 18 तारीख को पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने सभी अफसरों को दिल्ली के सरकारी स्कूल दिखाने ला रहे हैं.

केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने एक योजना शुरू की है, जय भीम प्रतिभा विकास योजना. 1985 में मेरा एडमिशन IIT में हुआ था. मैंने दो-दो कोचिंग की थी. इस देश में बहुत गरीब बच्चे हैं, दलितों के बच्चे हैं, जो इंटेलीजेंट तो हैं, लेकिन कोचिंग नहीं कर पाते. हमने तय किया कि सरकार उन्हें कोचिंग देगी. 12वीं के बाद कोई भी कम्प्टीशन एग्जाम देना है, उसके लिए कोई भी कोचिंग करनी हो, उसके पैसे हम देते हैं. 13 हजार बच्चे इसका फायदा उठा चुके हैं. हर बच्चे को शिक्षा मिले वो सपना बाबा साहब का पूरा करना है.