logo-image

Coronavirus: केजरीवाल सरकार ने ब्लैक फंगस को लेकर उठाए ये जरूरी कदम

सीएम अरविंद केजरीवाल ने ब्लैक फंगस पर मीटिंग की. उन्होंने कहा कि सभी हॉस्पिटल और डॉक्टर से अपील स्टेरॉयड का कम से कम इस्तेमाल करें. मरीज अपनी शुगर का खास ध्यान रखें.

Updated on: 20 May 2021, 05:27 PM

highlights

  • अरविंद केजरीवाल ने कहा, मरीज अपनी शुगर का खास ध्यान रखें
  • स्टेरॉयड और शुगर का मिश्रण होकर ब्लैक फंगस ज्यादा हो रहा है
  • डॉक्टरों की टीम के पास कल तक 84 आवेदन आए थे 

 

नई दिल्ली:

दिल्ली में गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ब्लैक फंगस बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है. यह फंगस मुख्य रूप से कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को प्रभावित कर रहा है. उन्होंने कहा कि सभी हॉस्पिटल और डॉक्टर से अपील स्टेरॉयड का कम से कम इस्तेमाल करें. मरीज अपनी शुगर का खास ध्यान रखें. स्टेरॉयड और शुगर का मिश्रण होकर ब्लैक फंगस ज्यादा हो रहा है. इसके बारे में हम जनता को जागरुक भी करेंगे. इसके लिए डॉक्टरों की इंटर डिसीप्लिनरी कमिटी बनाने की जरूरत है जो मरीज का ख्याल रखेंगे.

यह भी पढ़ें : 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में हमने एलएनजेपी जीटीबी और राजीव गांधी हॉस्पिटल में हमने विशेष इंतजाम किए हैं ऐसे मरीजों का इलाज करने के लिए इंजेक्शन की बहुत ज्यादा कमी है तो हमने केंद्र सरकार को लिखा है क्योंकि जितनी भी इसके इंजेक्शन की प्रोडक्शन है वह केंद्र सरकार ने अपने हाथ में ले ली है. अब सारे इंजेक्शन केंद्र सरकार बांट रही है तो हमें पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार जितने भी इंजेक्शन की जरूरत होगी हमको देगी. जिसको भी इस बीमारी के इलाज के लिए इंजेक्शन चाहिए उसके लिए हमने डॉक्टरों की टीम बनाई है वही तय करेंगे कि किस को इस तरह से इंजेक्शन देना है.

यह भी पढ़ें : 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉक्टरों की टीम के पास कल तक 84 आवेदन आए थे. अलग-अलग होस्पिटल से सुनने में आ रहा है कि दिल्ली में ब्लैक फंगस के 200 के ऊपर मामले हैं. बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, हमें इस बीमारी को बढ़ने से भी रोकना है और जिनको ये बीमारी हो रही है, उन्हें जल्द से जल्द बेहतर इलाज देना है. उन्होंने कहा, इस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए गए हैं. यह फंगस मुख्य रूप से कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को प्रभावित कर रहा है.