Earthquake in Delhi NCR: दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसके बाद लोग दहशत में आ गए. इस बीच केंद्र सरकार ने एक बार फिर से दिल्ली में भूकंप के बाद 'आफ्टरशॉक' यानी दोबारा से भूकंप के हल्के झटके आने की चेतावनी दी है. इसके लिए लोगों को शांत और सतर्क रहने को कहा गया है. केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोगों से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियां बरतने को कहा है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया पोस्ट
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने राजधानी दिल्ली के लोगों से शांत रहने और भूकंप के बाद आने वाले झटकों के लिए सुरक्षा सावधानियां बरतने और तैयारी करने को कहा है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "आज सुबह लगभग 5:36 बजे दिल्ली और उसके आसपास महसूस किए गए भूकंप के झटकों के बाद, अधिकारी कड़ी निगरानी रख रहे हैं, इसके साथ ही पेशेवर विशेषज्ञ और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधिकारी भी इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. हालांकि, लोगों को सलाह दी जाती है कि शांत रहें और संभावित झटकों के लिए सुरक्षा सावधानी बरतें और तैयारी करें." उन्होंने आगे लिखा, विभाग द्वारा अपने विभिन्न संचार चैनलों और सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से नियमित अपडेट साझा किए जा रहे हैं."
सोमवार तड़के कांपी दिल्ली की धरती
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, सोमवार तड़के दिल्ली-एनसीआर में 5 किमी की गहराई पर भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई. भूकंप के ये झटके सोमवार सुबह 5:36 बजे महसूस किए गए. अचानक आए झटकों से लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. एनसीएस ने भूकंप की जानकारी देते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें लिखा, "सुबह 5.36 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. ये भूकंप 28.59 डिग्री उत्तर अक्षांश, 77.16 डिग्री पूर्वी में जमीन के भीतर 5 किमी की गहराई में आया.
क्या होता है आफ्टरशॉक?
बता दें कि 'आफ्टरशॉक' भूकंप का एक छोटा रूप माना जाता है, जो किसी इलाके में आए एक बड़े भूकंप के बाद आता है. आफ्टरशॉक भी खतरनाक साबित हो सकते हैं. दरअसल, क्योंकि भूकंप आने के दौरान धरती के भीतर टेक्टोनिक प्लेटें हिलती हैं. प्लेटों के हिलने से ऊर्जा निकलती है. जब इस ऊर्जा को बाहर निकलने की जगह नहीं मिलती तो धरती कांपने लगती है. जिसे भूकंप कहा जाता है. एक बड़े भूकंप के गुजरने के बाद पृथ्वी की परतें नई भूगर्भीय स्थिति में खुद को दोबारा संतुलित करती हैं. ऐसे में कई बार भूकंप के हल्के झटके आने लगते हैं जिन्हें आफ्टरशॉक कहा जाता है. ये आफ्टरशॉक मुख्य भूकंप आने के कुछ समय या कुछ घंटे और कई बार एक दो दिन बाद भी आ सकते हैं.