गुडगांव का नाम बदलकर गुरूग्राम करने के फैसले पर बुधवार को केन्द्र सरकार ने मुहर लगा दी । इस मंजूरी के साथ ही अब से गुडगांव गुरूग्राम कहलाएगा ।
गौरतलब है कि गुडगावं के नाम को बदलने को लेकर कई संस्थाओं का तर्क था कि हमारे इतिहास में इस क्षेत्र का जुड़ाव गुरू द्रोणाचार्य से रहा है। महाभारत काल का जिक्र करते हुए जानकार बताते हैं कि इंद्रप्रस्थ यानी आज की दिल्ली राज्य के राजकुमार द्रोणाचार्य के शिष्य हुआ करते थे। द्रोणाचार्य ने राजकुमारों को इसी स्थान पर शिक्षा दी थी। तभी से इस इलाके को गुरूग्राम के नाम से जाना जाता रहा है। लेकिन गुजरते समय के साथ शहर का नाम बिगड़कर गुडगांव हो गया।
हरियाणा सरकार ने कई संस्थाओं की मांग पर ध्यान देते हुए गुडगांव का नाम बदलकर गुरूग्राम करने का फैसला किया था जिस पर अब मुहर लग गई।
Source : News Nation Bureau