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केंद्र सरकार ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी, कहा- लोग ना मानें तो लगाएं कर्फ्यू

लॉकडाउन (बंद) के बावजूद लोगों के बाहर निकलना जारी रहने को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकारों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को सुझाव दिया है.

Updated on: 24 Mar 2020, 04:04 PM

दिल्ली:

लॉकडाउन (बंद) के बावजूद लोगों के बाहर निकलना जारी रहने को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकारों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को सुझाव दिया है कि कोरोना वायरस (coronavirus) के फैलने के मद्देनजर लोगों को घरों में रखने के लिये जहां भी जरूरत हो, वहां कर्फ्यू लगाएं. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. केंद्र सरकार के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कुछ मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि अगर लोग घरों से बाहर निकालना जारी रखते हैं तब कर्फ्यू लगाने की जरूरत है.

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रशासनों को सलाह दी गई है कि वायरस के फैलने के कारण बंद के आदेश के बाद भी लोगों का घर से निकलना जारी है, ऐसे में जहां भी जरूरत हो, वहां कर्फ्यू लगाएं .राज्य सरकारों को बताया गया है कि वर्तमान स्थिति में लोगों का जमा होना स्थिति को बिगाड़ सकता है क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के करीब 500 पुष्ट मामले आ चुके हैं.

अधिकारी ने कहा, ‘ अब, यह राज्य सरकारों पर है कि स्थानीय स्थिति के मद्देनजर क्या कदम उठाते हैं और जिला मजिस्ट्रेट को जरूरी निर्देश देते हैं जिनके पास कर्फ्यू लगाने का अधिकार है . ’

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अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने को कहा

इसके साथ ही केंद्र ने राज्यों से COVID19 से निपटने के लिए मौजूदा चिकित्सा सुविधाओं जैसे अस्पतालों, क्लिनिकल लैब, आइसोलेशन वार्ड, मौजूदा सुविधाओं के विस्तार और उन्नयन के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध करने के लिए कहा है. मरीजों को इलाज के लिए इन सुविधाओं को वेंटिलेटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), मास्क और दवाओं से अच्छी तरह से सुसज्जित करने की आवश्यकता है.

कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए अब तक 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. इसका मतलब है कि कुल 560 जिलों में लॉकडाउन है. अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि तीन अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अपने यहां के कुछ इलाकों में बंद लागू किया है जिसके दायरे में 58 जिले आ रहे हैं. दो राज्य पंजाब और महाराष्ट्र तथा एक केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी पहले ही अपने इलाके में कर्फ्यू की घोषणा कर चुके हैं.

इन राज्यों को किया गया गया लॉकडाउन

जिन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने लॉकडाउन किया है, उनमें चंडीगढ, दिल्ली, गोवा, जम्मू कश्मीर, नगालैंड, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, लद्दाख, त्रिपुरा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, आंध्रप्रदेश, मेघालय, झारखंड, बिहार, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, तमिलनाडु, केरल, हरियाणा, दादरा नगर हवेली, कर्नाटक और असम शामिल हैं .

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कड़ाई से नियम पालन कराए जाए लोगों से

कैबिनेट सचिव राजीव गौवा ने राज्यों के सचिवों को पत्र लिखा है और उनसे 24 घंटे स्थिति पर नजर रखने को कहा है . गौवा ने कहा है कि अगर जरूरत पड़े तब अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया जाए और वर्तमान सभी प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन किया जाए . कोई भी उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है . सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से बंद का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करने को कहा था .

पीएम मोदी ने की लोगों से अपील घर से बाहर ना निकलें

मोदी ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें.’

प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं.’ मंगलवार के आंकड़े के अनुसार कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 492 हो गई है जिसमें 446 का इलाज चल रहा है. इसमें 41 विदेशी है और अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है.