दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) के आदेश का कथित तौर पर उल्लंघन करके एक व्यक्ति अपनी बेटी को दुबई ले गया लेकिन सीबीआई के अधिकारियों का एक दल गुरुवार को बच्ची को वापस ले आया. अधिकारियों ने बताया कि अमन लोहिया और उनकी पत्नी किरण कौर लोहिया के बीच बच्ची के संरक्षण को लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है. इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने देश नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था. लेकिन अमन लोहिया तीन वर्षीय रैना को लेकर दुबई चले गए. उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई अधिकारियों का एक दल दुबई गया जहां उन्होंने तीन वर्षीय बच्ची की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों की मदद ली.
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अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने शीर्ष अदालत को अनुपालन कार्रवाई के बारे में सूचित किया. एजेंसी बच्ची को शुक्रवार को अदालत में पेश करेगी. बच्ची अभी एजेंसी की देखरेख में है. उच्च न्यायालय ने बच्ची का संरक्षण मां को सौंपा था और अमन को हफ्ते में तीन दिन कुछ घंटों के लिए उससे मिलने की इजाजत दी थी. अदालत ने अमन का पासपोर्ट भी जमा करवा लिया था.
पिछले वर्ष 24 अगस्त को जब रैना अमन से मिलने आई तो वह अपने कुछ साथियों की मदद से नेपाल और अन्य खाड़ी देश होते हुए बेटी को दुबई ले गया. इसके लिए उसने कैरेबियाई देश डोमेनिका का पासपोर्ट इस्तेमाल किया. इसके बाद दिल्ली उच्च न्यायालय ने जांच सीबीआई को सौंप दी. यह मामला शीर्ष अदालत में तब पहुंचा जब उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ याचिका दायर की गई.
Source : Bhasha