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दिल्ली में कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़ों में लेट रिपोर्टिंग का मामला, केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों को भेजा नोटिस

बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को चेतावनी देकर पूछा गया कि आखिर मौत के मामले की देर से रिपोर्टिंग की वजह क्या है?

Updated on: 31 May 2020, 07:28 PM

नई दिल्ली:

केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने खुद दिल्ली सरकार के अस्पतालों और केंद्र सरकार के अस्पतालों को चेतावनी और कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं. बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को चेतावनी देकर पूछा गया कि आखिर मौत के मामले की देर से रिपोर्टिंग की वजह क्या है? और क्यों इन अस्पतालों ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के निर्देशों का उल्लंघन किया?

केंद्र सरकार के अस्पतालों को भी भेजा नोटिस

केंद्र सरकार के अस्पताल एम्स, राम मनोहर लोहिया अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल को कारण बताओ नोटिस देकर पूछा गया है कि मौत के मामलों की देर से रिपोर्टिंग की वजह क्या है और स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली डिसास्टर मैनजमेंट अथॉरिटी के निर्देशों का उल्लंघन क्यों किया गया?

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लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल को कारण बताओं नोटिस

दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल को भी कारण बताओ नोटिस देकर पूछा गया है कि मौत के मामलों की देर से रिपोर्टिंग की वजह क्या है? और स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के निर्देशों का उल्लंघन क्यों किया गया?

लोकनायक अस्पताल को एडवाइजरी जारी करके कहा गया है कि वह भविष्य में सतर्क रहे और स्वास्थ्य विभाग के आदेशों का ठीक से पालन करें जिससे सरकार के मौत के आंकड़ों के रिपोर्टिंग में असंगति ना हो.

मरने वालों की संख्या में अनियमितता देखने को मिल रही है

आपको बता दें पिछले कुछ समय से दिल्ली में कोरोना से मरने वाले लोगों के आंकड़ों में अनियमितता देखने को मिल रही है. दिल्ली में 10 मई तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या केवल 73 थी. जबकि 31 मई को दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में 473 कोरोना मरीजों की मृत्यु की बात कही गई है.

दिल्ली सरकार ने 10 मई को आदेश जारी कर के सभी अस्पतालों को कहा था कि अस्पताल कहने के बावजूद मौत के मामलों की रिपोर्ट डेथ ऑडिट कमिटी को नहीं भेज रहे हैं. इसलिए अब सभी अस्पताल हर शाम 5:00 बजे अपने यहां हुई मौतों की रिपोर्ट डेथ ऑडिट कमिटी को भेज दें.

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अस्पतालों से मांगा सर्टिफिकेट 

जबकि पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) ने जब सभी अस्पतालों से यह कहा कि वह यह सर्टिफिकेट दें कि उन्होंने अपने यहां हुई मौतों की सारी जानकारी डेथ ऑडिट कमिटी को भेज दी है. तब मंगलवार को सफदरजंग अस्पताल ने 52 मौतों की रिपोर्ट दिल्ली सरकार को भेजी.

31 मई को जारी किए गए दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में 57 मौत की बात की गई है, जिसमें से केवल 13 मौत ही पिछले 24 घंटे में हुई जबकि 44 मौत 5 अप्रैल से लेकर 28 मई के बीच हुई थी.

 52 मौत अकेले सफदरजंग अस्पताल ने रिपोर्ट की है लेकिन देरी से रिपोर्ट की हैं

जबकि 29 मई को दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में 82 मौत का जिक्र किया गया, जिसमें से केवल 13 ही पिछले 24 घंटे में हुई थी, जबकि 69 मौत 10 अप्रैल से लेकर 26 मई के बीच हुई थी. दिल्ली सरकार ने बताया था कि इनमें से 52 मौत अकेले सफदरजंग अस्पताल ने रिपोर्ट की है लेकिन देरी से रिपोर्ट की हैं.