logo-image

केजरीवाल बताएं, भारत को तोड़ने की चाह रखने वालों का समर्थन क्यों कर रहे: जेपी नड्डा

उन्होंने 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक से यह भी पूछा कि ‘राष्ट्र विरोधी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने से क्या उनके वोट बैंक को नुकसान पहुंचेगा.’

Updated on: 27 Jan 2020, 12:59 PM

दिल्ली:

बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ‘भारत को तोड़ने की चाह रखने वालों का समर्थन’ करने का आरोप लगाया. नड्डा ने यह आरोप, आप सरकार द्वारा पुलिस को जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य पर राजद्रोह का मामला चलाने की अनुमति नहीं देने की को लेकर लगाया. उन्होंने 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक से यह भी पूछा कि ‘राष्ट्र विरोधी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने से क्या उनके वोट बैंक को नुकसान पहुंचेगा.’

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान: मंडप से हिंदू लड़की का किडनैप कर जबरन धर्म परिवर्तन कराया, फिर गुंडे से करा दी शादी

नड्डा ने ट्वीट किया, ‘कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अन्य राष्ट्र विरोधी ताकतों ने जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगाए. उन्होंने भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने की धमकी दी. फिर कानून प्रवर्तन एजेंसियों की भूमिका शुरू हुई. उन्होंने मामले की जांच की और जनवरी 2019 में वे आरोप पत्र दाखिल करने को तैयार थीं.’ उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा, ‘उन्होंने (पुलिस ने) इस टुकड़े टुकड़े गैंग के खिलाफ मामला चलने के लिए केजरीवाल की अनुमति मांगी लेकिन एक साल बाद, कल तक भी कोई अनुमति नहीं दी गई. केजरीवाल दिल्ली को यह बताएं कि वह उन लोगों का समर्थन क्यों कर रहे हैं जो भारत को तोड़ने की मंशा रखते हैं ? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि देशद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने से उनका वोट बैंक खतरे में पड़ता है.’

यह भी पढ़ें: दिल्ली : स्पेशल सेल ने 2 लाख के इनामी 'दबंग' सहित दो शार्प-शूटर दबोचे

आगामी आठ फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह मुद्दा बार-बार उठा रही है. पुलिस ने 14 जनवरी को कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. इसमें कहा गया था कि ये लोग एक जुलूस की अगुवाई कर रहे थे और नौ फरवरी 2016 को परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान लगाए गए राष्ट्र विरोधी नारों का समर्थन कर रहे थे. दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस से कहा था कि वह 19 फरवरी तक इस मामले में आवश्यक मंजूरी हासिल करें.