रविवार को सूरत में बड़ी रैली के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फिर से पटेलों को अपने पाले में खींचने की कोशिश करते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
केजरीवाल ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा, 'भाजपा कहती है कि वह हिंदुओं की पार्टी है पर भाजपा ने गुजरात में पिछले साल पटेल लड़कों पर गोलियां चलवाईं। कई लड़के मारे गए। भाजपा हिंदुओं की पार्टी है तो हिंदू लड़कों को क्यों मरवाया?'
उना मामले को लेकर भी केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'कुछ महीनों पहले उना जिले में भाजपा ने दलितों लड़कों की बुरी तरह पिटाई करवाई। पूरे देश ने उनकी पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा। दलित लड़के तो हिंदू थे। भाजपा अगर हिंदुओं की पार्टी है तो फिर उन दलित लड़कों की पिटाई क्यों करवाई?'
केजरीवाल यहीं नहीं रूके। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदुओं की पार्टी नहीं है बल्कि यह सत्ता और पैसे के लालची लोगों की पार्टी है।
फिलहाल बीजेपी के परंपरागत समर्थक माने जाने वाले पटेल सरकार से नाराज़ चल रहे हैं। पटेलों ने सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर गुजरात की बीजेपी सरकार के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन किया था, जिसे अन्य दलों का भी समर्थन मिला था। अब हार्दिक पटेल के आप को समर्थन दिए जाने के बाद यह बात साफ हो गई है कि केजरीवाल बीजेपी के खिलाफ पटेलों के असंतोष को भुनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
गुजरात में बीजेपी के लिए कुछ भी ठीक नहीं हो रहा है। पाटीदारों के आंदोलन के बाद उना में कथित गौरक्षकों के दलितों की बर्बरतापूर्वक पिटाई किए जाने के बाद दलितों ने सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध-प्रदर्शन किया था। दलितों के विरोध प्रदर्शन की सियासी ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी वजह से तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की कुर्सी चली गई थी।
हार्दिक पटेल और केजरीवाल के एक-दूसरे को समर्थन दिए जाने के बाद अब इन कयासों को बल मिलने लगा है कि 2017 का गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी और कांग्रेस के बीच नहीं होगा, बल्कि एक नए संभावित तीसरे मोर्चे की ज़मीन भी तैयार हो रही है।
Source : News Nation Bureau