दिल्ली धमाके में हाथ लगा सबसे बड़ा सुराग, i20 के साथ ये कार भी हुई थी इस्तेमाल

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली बम ब्लास्ट की जांच में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं. पुलिस समेत कई जांच एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हैं. खास तौर पर एनआईए ने इस मामले के कई राज्यों से तार होने की आशंका जताई है.

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली बम ब्लास्ट की जांच में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं. पुलिस समेत कई जांच एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हैं. खास तौर पर एनआईए ने इस मामले के कई राज्यों से तार होने की आशंका जताई है.

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Dheeraj Sharma
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Red Eco Sports delhi blast

Delhi Red Fort Blast: दिल्ली बम ब्लास्ट की जांच में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं. पुलिस समेत कई जांच एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हैं. खास तौर पर एनआईए ने इस मामले के कई राज्यों से तार होने की आशंका जताई है. इस बची एक और अहम खुलासा हुआ है. इसके मुताबिक जांच एजेंसियों के निशाने पर सिर्फ i20 कार नहीं बल्कि एक और कार है. जी हां इस धमाके में एक नहीं बल्कि दो कारों की इस्तेमाल बताया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक लाल रंग की फोर्ड Eco Sports कार है, जो संदिग्धों के कब्जे में थी.

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यह वही कार है जिसका नंबर DL10CK0458 बताया गया है और जो दिल्ली के राजौरी गार्डन पते पर रजिस्टर्ड है. पुलिस को शक है कि इस कार का इस्तेमाल धमाके की साजिश या भागने के लिए किया गया था.

दिल्ली से लेकर हरियाणा तक अलर्ट

दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सभी पुलिस स्टेशनों, पुलिस चौकियों और बॉर्डर पोस्ट्स पर इस कार को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. साथ ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस को भी लाल रंग की इस Eco Sports कार की जानकारी साझा की गई है. कार 22 नवंबर 2017 को खरीदी गई थी और माना जा रहा है कि यह लंबे समय से एक आतंकी मॉड्यूल के उपयोग में थी. फिलहाल, दिल्ली पुलिस की पांच टीमें इस कार की खोज में जुटी हुई हैं. जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि कार मिलने के बाद ब्लास्ट की साजिश से जुड़े कई अहम राज़ सामने आएंगे.

डॉ. शाहीन के भाई के घर से अहम दस्तावेज बरामद

जांच का दूसरा बड़ा मोर्चा लखनऊ में खुला, जहां डॉ. शाहीन शाहिद के भाई डॉ. परवेज अंसारी के घर से कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं. यूपी एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने डॉ. परवेज के घर पर करीब पांच घंटे की तलाशी ली.

इस दौरान पुलिस को लैपटॉप, मोबाइल फोन, कीपैड डिवाइस, चाकू और डिजिटल डेटा स्टोरेज डिवाइस मिले. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन गैजेट्स में ऐसे ऑनलाइन चैट रिकॉर्ड्स और एन्क्रिप्टेड संदेश मिले हैं जिनसे यह साबित होता है कि डॉ. शाहीन, डॉ. परवेज और डॉ. मुज़म्मिल एक-दूसरे से लगातार संपर्क में थे.

ऑनलाइन नेटवर्क और रेकी की साजिश

जांच में खुलासा हुआ है कि डॉ. मुज़म्मिल ने पहले डॉ. शाहीन और फिर डॉ. परवेज को रैडिकलाइज़ किया था. तीनों पिछले दो से तीन वर्षों से भारत में किसी बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहे थे. उन्होंने दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई संवेदनशील जगहों की रेकी भी की थी. परवेज के घर के बाहर मिली एक अन्य गाड़ी सहारनपुर से खरीदी गई थी, जो अब जांच के दायरे में है. माना जा रहा है कि इस गाड़ी का भी प्रयोग साजिश के दौरान हुआ था.

दिल्ली धमाके की जांच अब उस दिशा में बढ़ रही है जहां शिक्षा, पेशेवरता और आतंक का संगम दिखाई देता है. लाल Eco Sports कार की तलाश ने केस को और पेचीदा बना दिया है. एजेंसियां मान रही हैं कि इस कार के जरिए ब्लास्ट से जुड़े डिजिटल और भौतिक सबूत हाथ लग सकते हैं जो पूरे आतंकी मॉड्यूल को बेनकाब करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे.

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