बाबरी विध्वंस:फैसले के तुरंत बाद आडवाणी से मिले रविशंकर प्रसाद, जानें क्यों

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद(Ravi Shanakr Prasad) ने बुधवार को बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी किये जाने के फैसले के तत्काल बाद वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
ravi shankar and adavani

बाबरी विध्वंस:फैसले के तुरंत बाद आडवाणी से मिले रविशंकर प्रसाद( Photo Credit : @rsprasad)

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद(Ravi Shanakr Prasad) ने बुधवार को बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी किये जाने के फैसले के तत्काल बाद वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani ) से उनके आवास पर मुलाकात की.

Advertisment

मालूम हो कि आडवाणी इस मामले के 32 आरोपियों में एक थे. प्रसाद राम जन्मभूमि मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट में बतौर वकील भी पेश हो चुके हैं. आडवाणी को भी इस मामले में अदालत में मौजूद होने का कहा गया था लेकिन उम्र और कोरोना वायरस महामारी के चलते वह न्यायालय में हाजिर नहीं हो सके. 

इसे भी पढ़ें: रविशंकर प्रसाद का विपक्ष पर हमला, कहा-मार्शल नहीं आते तो उपसभापति पर शारीरिक हमला भी हो सकता

दालत के फैसले के बाद 92 वर्षीय आडवाणी अपने कमरे से बाहर निकले और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए मीडिया का अभिवादन किया. अदालत जब अपना फैसला सुना रही थी उस वक्त आडवाणी अपने परिवार के सदस्यों के साथ टेलीविजन देख रहे थे.

और पढ़ें:बाबरी विध्वंस केस में कोर्ट के फैसले का कांग्रेस ने किया विरोध, उठाए ये सवाल

उनकी पुत्री प्रतिभा आडवाणी, उनका हाथ पकड़े हुईं थी. यह मामला छह दिसंबर 1992 को बाबारी ढांचा ध्वस्त करने से संबंधित था. विशेष अदालत के न्यायाधीश एस.के. यादव ने फैसला सुनाते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी. यह एक आकस्मिक घटना थी. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले, बल्कि आरोपियों ने उन्मादी भीड़ को रोकने की कोशिश की थी. 

Source : Bhasha

Ravi Shankar Prasad Lal Krishna Advani Verdict on Babari Demolitional babari demolition
      
Advertisment