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दिल्ली में भी लगेगा लॉकडाउन? अरविंद केजरीवाल ने दिया ये बड़ा बयान

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है, जो 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. दिल्ली में नाइट कर्फ्यू के दौरान रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित किया गया है.

Updated on: 10 Apr 2021, 01:54 PM

highlights

  • मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में लॉकडाउन लगाने से किया इनकार
  • कोरोना वायरस को रोकने के लिए दिल्ली में बढ़ाई जा सकती हैं पाबंदी

नई दिल्ली:

देश के कोने-कोने में कोरोना वायरस का कोहराम मचा हुआ है. राजधानी दिल्ली में भी कोरोनावायरस से हालात दिन-प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं. दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 24 घंटों की बात करें तो दिल्ली में कोरोना के 8521 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 39 लोगों की मौत भी हुई है. दिल्ली के मौजूदा हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा बयान दिया है. केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि फिलहाल दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए कुछ नई प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.

बढ़ाई जा सकती हैं पाबंदियां

बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है, जो 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. दिल्ली में नाइट कर्फ्यू के दौरान रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित किया गया है. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को ही सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों को भी अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया था. बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए दिल्ली में और भी कुछ पाबंदियां लगाई जा सकती हैं. दिल्ली मेट्रो के अलावा बसों और दफ्तरों में 50 फीसदी क्षमता को निर्धारित किया जा सकता है.

दिल्ली में वैक्सीन की कमी

अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस वैक्सीन के उपलब्ध स्टॉक पर चिंता जाहिर की है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब केवल 7 से 10 दिनों का ही स्टॉक बचा हुआ है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज उपलब्ध हो जाए और वैक्सीनेशन के लिए उम्र सीमा 18 साल कर दी जाए तो काफी राहत मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार उनकी ये मांगें पूरी कर देती है तो वे दिल्ली की सभी जनता को केवल 2 से 3 महीने में ही वैक्सीन उपलब्ध करा सकते हैं.