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Corona रोकने अमित शाह का 12 सूत्रीय एजेंडा, एयरलिफ्ट से दिल्ली लाए जाएंगे डॉक्टर

अमित शाह ने मई में कई बड़े एक्शन लेकर कोरोना के कहर से जूझती दिल्ली को बचाया था. अब जब फिर से दिल्ली में कोरोना का खतरा बड़ा रूप लेने लगा तो उन्होंने फिर से मोर्चा संभाल लिया है.

Updated on: 16 Nov 2020, 09:30 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली में दोबारा कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए तो गृहमंत्री अमित शाह फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने दिल्ली के अंदर कोविड-19 के बढ़ते मामलों और स्वास्थ्य सुविधाओं समीक्षा करने के लिए गृहमंत्रालय में बुलाई एक उच्च स्तरीय बैठक में 12 बड़े निर्देश जारी किए हैं. यह गृहमंत्री अमित शाह ही थे, जिन्होंने मई में कई बड़े एक्शन लेकर कोरोना के कहर से जूझती दिल्ली को बचाया था. अब जब फिर से दिल्ली में कोरोना का खतरा बड़ा रूप लेने लगा तो उन्होंने फिर से मोर्चा संभाल लिया है.

  • सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स(सीएपीएफ) से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था का निर्णय.
  • मोदी सरकार ने दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए सीएपीएफ से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ देने का निर्णय किया है, उन्हें शीघ्र ही एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जायेगा.
  • दिल्ली में आरटी-पीसीआर टेस्ट में दोगुना वृद्धि, दिल्ली में लैबों की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करने का निर्देश. 
  • जहां कोविड होने का खतरा ज्यादा है, वहां स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात किया जाएगा.
  • दिल्ली में अस्पतालों की क्षमता और अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता बढ़ाने का निर्णय.
  • धौला कुआं स्थित डीआरडीओ के कोविड अस्पताल में 250 से 300 आईसीयू बेड और शामिल किए जाएंगे, जिसे गम्भीर कोविड रोगियों का वहाँ इलाज किया जा सके.
  • ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेडों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर के 10,000 बेड वाले कोविड सेंटर को और सशक्त किया जाएगा.
  • एमसीडी के कुछ चिन्हित अस्पतालों को हल्के-फुल्के लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा.
  • कोविड-19 संबंधी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता तथा मरीजों की भर्ती की स्थिति के इंस्पेक्शन तथा पहले लिए निर्णय के अनुसार, बेडों की उपलब्धता की सही स्थिति को स्पष्ट रूप से दशार्ने के लिए, डेडिकेटेड बहु-विभागीय टीमें, दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में जाएंगी.
  • गंभीर कोरोना मामलों में प्लाज्मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्लाज्मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश. डॉ. वी के पॉल, एम्स के निदेशक और आईसीएमआर के महानिदेशक के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति इसपर जल्द ही रिपोर्ट देगी.
  • दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जान बचने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली को ऑक्सीजन सिलिंडर, सहित अन्य जरूरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएगी.
  • सुरक्षा ही कोरोना का एक मात्र उपाय है, इसलिए लोगों को कोविड-19 बिहैवियर के बारे में बताने तथा लंबे समय में मेडिकल और स्वास्थ्य मानदंडों पर इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में ठोस संवाद कार्यनीति होनी चाहिए. इसके लिए भी निर्देश दिए गए.