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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल( Photo Credit : ANI)
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केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने की दिशा में काम करने की बजाय राजनीति कर रही है. वहीं प्रकाश जावड़ेकर के आरोप का जवाब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) ने दिया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल( Photo Credit : ANI)
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) गैंस चेंबर में तब्दील हो चुकी है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 1200 से पार पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर पर अब सियासत शुरू हो गई है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने की दिशा में काम करने की बजाय राजनीति कर रही है. वहीं प्रकाश जावड़ेकर के आरोप का जवाब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) ने दिया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'सभी वैज्ञानिक और विशेषज्ञ कह रहे हैं कि पराली जलाने से प्रदूषण दिल्ली में आ रहा है. जिसके कारण हर जगह प्रदूषण है. हम कोई आरोप का खेल नहीं खेलना चाहते हैं. इस स्तर पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये ऐसा मौका है जब सभी सरकारों को एक साथ आना होगा और इसपर बातचीत करनी चाहिए.'
Delhi CM: All scientists & experts are saying that pollution from stubble burning is coming to Delhi, due to which there is pollution everywhere. We don't want to do any blame game, there should be no politics at this stage.All governments should come together &discuss the issue. pic.twitter.com/gxAlkVMKgN
— ANI (@ANI) November 3, 2019
हमारे लोगों की सेहत दांव पर लगी है हम चुप नहीं बैठ सकते
सीएम ने आगे कहा कि मीडिया कह रही है ब्लेम गेम कर रहे हैं. हम ब्लेम गेम क्यों करेंगे? यह हमारे लोगों की सेहत का मसला है. हमारे बच्चे, परिवार की सेहत दांव पर लगी है. सारी एजेंसी बता रही हैं कि फसलों का धुंआ है. इसमें कोई संदेह नहीं है. हमें समझना पड़ेगा कि बीमारी कहां है? हम किसी को ब्लेम नहीं कर रहे, हम कह रहे हैं कि सारे लोग साथ आइए और इसका समाधान निकालते हैं. हम राजनीति नहीं करना चाहते हैं. लेकिन यह हमारे लोगों की सेहत का मसला है, इसलिए चुप नहीं बैठ सकतें. यह प्रदूषण कैसे कम होगा, इस धुंआ को रोकने की कोशिश करनी होगी.
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पंजाब और हरियाणा के सभी किसानों को कब तक मिलेगी मशीन
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में 27 लाख किसान हैं और डेढ़-दो साल में 65 हजार ही मशीन पहुंची. हम जानना चाहते हैं कब तक इन सारे 27 लाख लोगों तक मशीनें पहुंचेगी. जिससे पराली जलाने पर रोक लग सके. हम यह नहीं कहते कि दिल्ली का अपना प्रदूषण नहीं है..है. उसे कम करने का प्रयास भी कर रहे हैं. लेकिन पराली को लेकर भी बात होनी चाहिए.
ऑड और ईवन का सब मिलकर करें पालन
उन्होंने आगे कहा, 'हम दिल्ली के अंदर के प्रदूषण को कोशिश कर मिलकर कम करते हैं. कल से ऑड ईवन कर रहे हैं. सुबह 8से शाम 8 तक इसका पालन करें. अपने लिए, अपने बच्चों के लिए, दिल्ली के दो करोड़ परिवार के लिए इसका पालन करे, मेरे लिए नहीं. मैं भी इसका पालन करूंगा. मेरे मंत्री और अधिकारी भी पालन करेंगे. मैं अपने मंत्री के साथ दफ्तर जाऊंगा. आप भी अपने दोस्तों के साथ जाइए.
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा, 'मैं स्कूल के बच्चों के लिए मास्क भेज रहा हूं. जिस दिन जरूरत हो पहन लें. मैं आप लोगों की सेहत को लेकर बेहद चिंतित हूं. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं आपकी आपके परिवार की सेहत अच्छी रहे. कुछ दिनों की बात है, आइए हम सब मिलकर इसका सामना करें.
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प्रकाश जावड़ेकर ने केजरीवाल पर राजनीति करने का लगाया था आरोप
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर प्रदूषण संबंधित समस्याओं में उनके हस्तक्षेप और पराली जलाने के मुद्दे से निपटने के लिए एक ठोस योजना पर काम करने की मांग की थी.
वहीं, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने प्रदूषण पर राजनीति करने का आरोप लगाया. जावड़ेकर ने कहा कि पिछले 15 सालों से वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है, प्रदूषण कम करने के लिए मोदी सरकार लगातार दिल्ली (Delhi) व पड़ोसी राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक करके इसे खत्म करने के लिये निरंतर ठोस काम कर रही है. लेकिन दिल्ली के सीएम इसपर राजनीति कर रहे हैं. छात्रों को भड़काकर उन्हें हरियाणा (Haryana) और पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.