दिल्ली की हवा घुटने लगा लोगों का दम! वायु प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' स्थिति में
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आवोहवा पूरी तरह से खराब हो चुकी है. राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' स्थिति में जा पहुंचा है. दिल्लीवालों की सांसों पर लगा पहरा और गहराता जा रहा है.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आवोहवा पूरी तरह से खराब हो चुकी है. राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' स्थिति में जा पहुंचा है. दिल्लीवालों की सांसों पर लगा पहरा और गहराता जा रहा है. राजधानी में सुबह सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का स्तर 364 पहुंच गया. आज सबसे बुरे हालात आनंद विहार इलाके के हैं. यहां पीएम-10 की अगर बात करें तो लगभग 450 तक पहुंच गया है, जोकि काफी खतरनाक है. जबकि एक्यूआई 400 पार नजर आया.
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, ITO (बहुत ही खराब श्रेणी) में वायु गुणवत्ता सूचकांक 338 पर है. पटपड़गंज में पीएम 2.5 का स्तर 359 (बहुत खराब श्रेणी) में दर्ज किया गया है. जबकि अक्षरधाम के पास आज सुबह दिल्ली को बीमार करने वाले स्मॉग की चादर साफ नजर आई. बढ़ प्रदूषण का असर लोगों पर भी पड़ने लगा है. दिल्ली में सुबह सुबह छाई धुंध की वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
Delhi: Particulate Matter 2.5 recorded at 359 (very poor category) in Patparganj, as per Central Pollution Control Board (CPCB) data.
— ANI (@ANI) October 24, 2020
Visuals from area around Akshardham Temple pic.twitter.com/b8I8IMHXt5
Delhi: Air Quality Index is at 338 in ITO (very poor category), as per Central Pollution Control Board (CPCB) data.
— ANI (@ANI) October 24, 2020
"Govt is making efforts to control pollution, but we as citizens also need to contribute and support the measures being taken by govt," says a local. pic.twitter.com/FyrHB81FMA
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राजधानी में प्रदूषण बढ़ने का असर लोगों पर दिखने लगा है, लोगों को सुबह साइकिलिंग में सांस लेने में परेशानी हो रही है. सुबह साइकिलिंग पर आए एक व्यक्ति ने बताया कि पिछले एक-डेढ़ हफ़्ते से साइकिल चलाते समय सांस लेने में दिक्कत हो रही है, पहले ऐसा नहीं होता था. वहीं एक अन्य स्थानीय व्यक्ति का कहना है कि सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयास कर रही है, लेकिन नागरिकों को भी योगदान देने और सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों का समर्थन करने की आवश्यकता है.
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