दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी में, आसमान में छाई धुंध
ठंड की शुरुआत के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ने लगा है. इसी क्रम में देश की राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है.
नई दिल्ली:
ठंड की शुरुआत के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ने लगा है. इसी क्रम में देश की राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है. राजधानी में पिछले कुछ समय से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जोकि चिंता का विषय बना हुआ है. आज भी दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर अवस्था' में पहुंच गया है. वजीराबाद के पास आज भी प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5- 418 दर्ज किया गया है. जिसकी वजह से आसमान में धुंध ही धुंध छाई रही. इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है.
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इसके अलावा दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के आंकड़े के मुताबिक, आईटीओ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 366, आरके पुरम में 309, आनंद विहार में 313 और वज़ीरपुर में 339 दर्ज किया गया है. इन सभी जगहों पर प्रदूषण का स्तर 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच चुका है. राजधानी का बढ़ता प्रदूषण दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रहा है. स्मॉग का आलम ये है कि राजपथ से ना तो राष्ट्रपति भवन नज़र आ रहा है और ना ही इंडिया गेट. वही AQI लेवल भी 300 के पास पहुंच गया है.
Delhi: Air Quality Index is at 366 in ITO, 309 in RK Puram, 313 in Anand Vihar, and 339 in Wazirpur, all four in 'very poor' category, show Delhi Pollution Control Committee (DPCC) data. pic.twitter.com/yCVuw2xqxp
— ANI (@ANI) October 15, 2020
हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने के कारण दिल्ली की आवो हवा खराब होती जा रही है. जबकि राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की मुख्य वजह आसपास के राज्यों में जलने वाली पराली है. पंजाब और हरियाणा में खेतों में पराली जलाने की घटना में वृद्धि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली है.
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नासा के कृत्रिम उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरों के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर, फिरोजपुर, पटियाला और हरियाणा के अंबाल, कैथल के पास बड़े पैमाने पर आग जलती हुई दिखाई दी है. वहीं करनाल के उप निदेशक कृषि आदित्य डबास का कहना है कि 25 सितंबर से 12 अक्टूबर तक पराली जलाने के 233 मामले सामने आए हैं. उन किसानों पर जुर्माना लगाया जा रहा है जो पराली जल रहे हैं और 2 एफआईआर दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस पर हमारी नजर लगातार बनी हुई है.
इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड-19 महामारी और बढ़ सकती है. हालांकि दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण-विरोधी अभियान 'युद्ध प्रदुषण के विरुध' शुरू किया है, जिसका नेतृत्व केजरीवाल और गोपाल राय कर रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जनरेटरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.
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उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पराली जलाने के मुद्दे पर विभिन्न हितधारकों के साथ बुधवार को बैठक की और सुझाव दिया कि पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया जाए. एक बयान के मुताबिक, बैजल ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों और अन्य हितधारकों के साथ पराली के वैज्ञानिक तरीके से निपटान पर चर्चा की ताकि पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण को रोका जा सके.
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