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Delhi Pollution: दिल्ली-NCR में दमघोंटू स्मॉग लाया आफत, गंभीर श्रेणी में AQI

Delhi Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर होने की वजह से  धुंध है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 431 (गंभीर) श्रेणी में है।

Updated on: 05 Nov 2022, 08:22 AM

New Delhi:

Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा का स्तर बद से बदतर होता जा रहा है. आलम यह है कि दिल्ली-एनसीआर की इस दमघोंटू हवा में अब सांस लेना भी दूभर हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है. आज यानि शनिवार की बात करें तो दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में हवा का स्तर बेहद खराब है.  सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 431 (गंभीर) श्रेणी में है. SAFAR की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में AQI 431 (गंभीर) श्रेणी में है, एयरपोर्ट (T3) क्षेत्र में AQI 453 (गंभीर) श्रेणी में, गुरुग्राम में AQI 478(गंभीर) श्रेणी में और नोएडा में AQI 529 (गंभीर) श्रेणी में है.

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब है. पूरे दिन छाई रहने वाली घनी धुंध की वजह से विजिबिलिटी लेवल में भी काफी गिरावट देखने को मिली है. इसके साथ ही जहरीली स्मॉग का लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा पड़ रहा है. स्मॉग के प्रभाव के कारण लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गले में खरास जैसी दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है. यही वजह है कि राजधानी में मिनी लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इस क्रम में गैर-बीएस वीआई डीजल वाले वाहनों के प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ अति-आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों के छोड़कर डीजल से चलने वाले किसी भी ट्रक को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.

दिल्ली-एनसीआर में फैले इस प्रदूषण की मुख्य वजह पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली को माना जा रहा है.  इसके साथ ही दिल्ली में प्रदूषण को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी का आरोप है कि दिल्ली और पंजाब दोनों राज्यों में ही आप की सरकार है. लेकिन अरविंद केजरीवाल न तो दिल्ली में प्रदूषण को कम कर पा रहे और न ही पंजाब में पराली जलाए जाने पर रोक लगा पा रहे हैं.