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दिल्ली में वायु प्रदूषण 'खतरनाक' श्रेणी में, AQI 400 के पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. बुधवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है.

Updated on: 25 Nov 2020, 09:19 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. बुधवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मोबाइल ऐप समीर के अनुसार आज सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार दर्ज किया गया है. इसके साथ ही राजधानी में स्मॉग की गहरी सफेद चादर पूरे आसमान में छाई हुई है. वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मोबाइल ऐप समीर के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई 402 दर्ज किया गया है. उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'अत्यंत खराब' और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.

प्रदूषण की वजह से राजपथ पर वॉक करने आ रहे लोगों को भी आंखों में जलन-सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह सुबह कोहरे के साथ सफेद धुएं से आसमान ढक गया. राजपथ से एक बार फिर इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन नजर नहीं आ रहा.

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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की मुख्य वजह पराली के धुएं को माना जा रहा है. कोरोना अटैक में पराली के धुएं ने जो जहर घोला है, उससे दिल्ली के लोगों के समक्ष जान का संकट खड़ा हो गया है. दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि बीते 15 दिनों में इसके कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंचने में सबसे बड़ी भूमिका पंजाब, हरियाणा में जलाई गई पराली के धुएं की है. इस धुएं के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है.