Delhi Air Pollution: दिवाली पर और खराब हुई दिल्ली की हवा, बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा AQI

Delhi Air Pollution: सर्दियों की शुरुआत होती ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है, पिछले कई दिनों से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है, लेकिन दिवाली के दिन ये बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई.

Delhi Air Pollution: सर्दियों की शुरुआत होती ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है, पिछले कई दिनों से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है, लेकिन दिवाली के दिन ये बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई.

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Suhel Khan
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'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंची दिल्ली की हवा (Social Media)

Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा पिछले कुछ दिनों से खराब बनी हुई है. लेकिन दिवाली के दिन ये और खराब हो गई. उसके बाद ये बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई. ऐसा माना जा रहा है कि आज रात दिल्ली की हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है. वहीं दिल्ली में वायु की गुणवत्ता को खराब होने से रोकने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए 377 टीमें बनाई गई हैं.

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बीते 24 घंटों में बेहद खराब हुई दिल्ली की हवा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी दिल्ली की हवा पिछले 24 घंटों के दौरान लगातार खराब हो रही है. बीते 24 घंटों के दौरान दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गुरुवार शाम 4 बजे 328 दर्ज किया गया, जो बुधवार को 307 था. इससे पहले आज सुबह भी दिल्ली की आसमान में धुंध की मोटी परत छाई देखी गई. इस दौरान आनंद विहार में हवा की गुणवत्ता सबसे खराब दर्ज की गई और ये "गंभीर" श्रेणी में पहुंच गई. गुरुवार सुबह 8 बजे आनंद विहार का औसत AQI (PM10) 419 दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम 500 था.

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पटाखों के जलने से बढ़ा प्रदूषण

बता दें कि हर साल दिवाली के मौके पर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में वायु की गुणवत्ता सबसे खराब हो जाती है. जिसमें वाहनों के अलावा पटाखों का सबसे ज्यादा योगदान होता है. इसके लिए सरकार को कई प्रकार की पाबंदियां तक लगानी पड़ती है. पटाखों से निकलने वाले धुंए से हवा की गुणवत्ता को भारी नुकसान होता है, क्योंकि पटाखों में बेरियम, सल्फर और सीसा जैसे जहरीले रसायनों भरे होते हैं. जो पटाखों से उत्सर्जन, स्थानीय प्रदूषकों के पहले से ही उच्च स्तर और खेत की आग से निकलने वाले धुएं से और खराब हो जाती है. वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली सरकार ने पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर व्यापक प्रतिबंध लगा दिया है.

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पटाखों पर प्रतिबंध के लिए बनाई गई 377 टीमें

दिवाली की पूर्व संध्या पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए 377 टीमों का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि जागरूकता फैलाने के लिए अधिकारी स्थानी कल्याण संघों, बाजार संघों और सामाजिक संगठनों से संपर्क बनाए हुए हैं.

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उन्होंने कहा कि, "अगर हम सब एक साथ आने की कोशिश करें और एक बात ध्यान में रखें कि हमें दीयों के साथ दिवाली मनानी है और मिठाइयाँ बाँटनी हैं और पटाखे जलाकर अपने घरों में बच्चों और बुजुर्गों के लिए समस्याएँ पैदा नहीं करनी हैं. अगर पूरी दिल्ली हमारे बच्चों और बुजुर्गों के जीवन का ख्याल रखे तो मुझे लगता है कि हम दिल्ली को हर साल दिवाली के बाद होने वाले धुएं से बचा सकते हैं."

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