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Delhi Air Pollution: वायु प्रदूषण से हो सकता है कैंसर! हो सकते हैं ये गंभीर परिणाम

वायु प्रदूषण और विभिन्न प्रकार के कैंसर के बीच संबंध के वैज्ञानिक प्रमाण मिले हैं. न सिर्फ इतना, बल्कि वायु प्रदूषण से श्वसन प्रणाली को होने वाले नुकसान के साथ-साथ, दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक और गठिया जैसी कोरोनरी धमनी रोगों से सीधा कनेक्शन है. 

Updated on: 06 Nov 2023, 01:30 PM

नई दिल्ली:

वायु प्रदूषण कैंसर का कारक है... तमाम तरह की रिसर्च के बाद डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं. दरअसल बीते कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता लगातार दुर्गम रूप ले रही है, इससे आमजन को स्वास्थ्य संबंधी तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे दिल्लीवालों के मन में चिंता काफी बढ़ गई है. हर कोई जानना चाहता है कि, आखिर वायु प्रदूषण से कौन-कौन सी बीमारी हो सकती है. चलिए आज इस बारे में विस्तार से जानें...

गौरतलब है कि हालिया रिसर्च में वायु प्रदूषण और विभिन्न प्रकार के कैंसर के बीच संबंध के वैज्ञानिक प्रमाण मिले हैं. न सिर्फ इतना, बल्कि वायु प्रदूषण से श्वसन प्रणाली को होने वाले नुकसान के साथ-साथ, दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक और गठिया जैसी कोरोनरी धमनी रोगों से सीधा कनेक्शन है. 

बता दें कि इसके साथ-साथ वायु प्रदूषण के और भी कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञ के मुताबिक, वायु प्रदूषण से भ्रूण पर दुष्प्रभाव हो सकते हैं. साथ हगी कई अन्य प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन स्थिति के प्रति सचेत किया है. 

डॉक्टरों का कहना है कि, वायु प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव मस्तिष्क और हृदय को नुकसान पहुंचाते हैं, साथ ही अगर तय समय पर इसे लेकर सावधान न हो, तो ये सभी उम्र के लोगों में चिंता जाहिर तौर पर पैदा कर सकते हैं. ऐसे में डॉक्टरों का स्पष्ट तौर पर सुझाव है कि, वक्त रहते इस तरह की स्थिति में फौरन इलाज लें, ताकि आपकी सेहत से किसी भी तरह का खिलवाड़ न हो.

खैर, मालूम हो कि बीते कई दिनों से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार गंभीर बनी हुई है. सोमवार से लेकर लगातार पांचवें दिन, स्थिति दुर्गम है. आलम ये है कि दिल्ली में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. कई इलाकों में तो आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है, जो बेहद जानलेवा है. 

वहीं दिल्ली के कुछ मुख्य इलाकों के AQI पर गौर करें तो, आज सुबह लोधी रोड पर AQI 388, नए मोती बाग पर 488, आरके पुरम में AQI 466, आईटीओ पर 402, सिरीफोर्ट पर 436 और पटपड़गंज पर 471 दर्ज किया गया है. 

डॉक्टरों की मानें तो, किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए अनुशंसित AQI 50 से कम होना जरूरी है. मगर दिल्ली-एनसीआर में 400 पार AQI तमाम तरह की गंभीर बीमारियों की जननी बना हुआ है. स्थिति इस गदर गंभीर है कि इससे फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी पैदा हो सकता है.