Accident in Delhi: राजधानी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में 32 वर्षीय सुजीत मंडल की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने इस मामले को हिट एंड रन (Hit and Run) बताया है, लेकिन मृतक का परिवार इसे एक सोची-समझी हत्या बता रहा है. घटना 23 अगस्त की रात की बताई जा रही है.
हिट एंड रन का आरोपी नाबालिग
पुलिस के अनुसार, सुजीत मंडल की मौत एक सड़क हादसे में हुई. उन्हें कथित तौर पर एक कार ने टक्कर मारी और करीब 600 मीटर तक घसीटते हुए ले गई. इस मामले में पुलिस ने जिस चालक को हिरासत में लिया है, उसकी उम्र 16 साल बताई जा रही है. यानी वह नाबालिग है. पुलिस अब दुर्घटना के एंगल से जांच कर रही है.
कंपनी के लोगों पर हत्या की साजिश रचने का आरोप
दूसरी ओर, सुजीत मंडल के परिवार का कहना है कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है. सुजीत की पत्नी ने आरोप लगाया कि उनके पति को कंपनी के ही कुछ लोगों ने धमकी दी थी. पत्नी का दावा है कि माल खराब होने की वजह से सुजीत को कई बार जान से मारने की धमकी दी गई थी. उनका सीधा आरोप कंपनी के सुपरवाइज़र दीपक और उसके सहयोगी विक्की पर है.
मृतक की मां सुनीता देवी ने भी पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी को 600 मीटर तक घसीटा गया होता तो शरीर पूरी तरह क्षत-विक्षत हो जाता. लेकिन सुजीत के शरीर पर सिर्फ सिर और चेहरे पर चोट के निशान थे, बाकी अंग लगभग सुरक्षित थे.
पुलिस पर भी लगा दाग
परिवार का आरोप है कि न सिर्फ कंपनी के लोग बल्कि पुलिस भी उन्हें धमका रही है. सुनीता देवी ने दावा किया कि जब वह थाने में शिकायत दर्ज कराने गईं तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें चुप रहने की धमकी दी. उनका कहना है कि 'पुलिस ने यहां तक कहा कि ज्यादा बोलोगी तो तुम्हें भी बंद कर देंगे.'
परिवार ने की न्याय की मांग
सुजीत मंडल की पत्नी और मां का साफ कहना है कि वे इस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय चाहती हैं. परिवार का आरोप है कि कंपनी के सुपरवाइजर दीपक ने पूरे षड्यंत्र की योजना बनाई और नाबालिग चालक का नाम सामने रखकर मामले को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की जा रही है.