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विजय शंखनाद यात्रा, लोगों का मिला अपार समर्थन- AAP

आप प्रभारी दिनेश मोहिनया ने कहा कि हम सालों से अपना वोट देते आए हैं लेकिन हमें कोई यह नहीं बताया कि हमें वोट देना क्यों है. उन्होंने कहा कि सालों से यही होता आया है हम वोट देते हैं और उसके बाद नेता 5 साल तक नजर नहीं आते.

Updated on: 05 Dec 2021, 11:00 PM

नई दिल्ली:

आज आप की विजय शंखनाद यात्रा विकासनगर विधानसभा पहुंची जहां पहुंचते ही आप कार्यकर्ताओं ने आप प्रभारी दिनेश मोहिनया का फूल मालाओं से जमकर स्वागत किया. इसके बाद हजारों की तादाद में मौजूद आप कार्यकर्ताओं के साथ आप प्रभारी की रथ यात्रा निकली. इस यात्रा के दौरान विकासनगर का बाजार आप कार्यकर्ताओं से भरा नजर आया. हजारों की तादाद में महिलाएं,युवा,बुजुर्ग इस यात्रा में मौजूद रहे. इसके बाद उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जनता और मेरे बीच का संवाद बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए ताकि मैं अपनी बात कह सकूं और जनता की भी बातों को सुन और समझ सकूं. उन्होंने कहा कि आज हम यहां 5 साल के लिए फैसला करने बैठे हैं. अगर हम अच्छा फैसला लेते हैं तो अगले 5 साल हमें तकलीफें नहीं होंगी और बुरा फैसला लेंगे तो हमें 5 साल फिर भुगतना पडेगा.

उन्होंने कहा कि हम सालों से अपना वोट देते आए हैं लेकिन हमें कोई यह नहीं बताया कि हमें वोट देना क्यों है. उन्होंने कहा कि सालों से यही होता आया है हम वोट देते हैं और उसके बाद नेता 5 साल तक नजर नहीं आते.

5 साल बाद चुनावों से ठीक पहले यही नेता आपके द्वार पर आते हैं और गलती मानकर कहते हैं कि अब की बार वोट दे दो हम आपके लिए काम करेंगे और यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहता है. उन्होंने कहा कि जिस नेता ने हमारे 5 साल खराब किए उसको सजा जरुर मिलनी चाहिए. और जनता ऐसे नेताओं को सबक सिखाए. उन्होंने कहा कि अबकी बार सिस्टम बदना पडेगा. जो भी नेता वोट मांगने आपके पास आए उससे पूरे 5 सालों के काम का हिसाब जरुर जनता ले.

उन्होंने कहा कि जब हिसाब आप पार्टी के नेताओं का मांगने का हो तो जनता अपने दिल्ली में रह रहे अपने रिश्तेदारों से फोन कर जानकारी ले ले कि आप पार्टी ने दिल्ली मे काम किया है या नहीं. उन्होने कहा कि अगर आपके रिश्तेदार ये कहें कि आप पार्टी दिल्ली में काम करती है तो ही आप पार्टी को जनता वोट दे और अगर वो कहें कि आप पार्टी ने कोई भी काम नहीं किया तो आप पार्टी को वोट ना दे जनता. ये जवाबदेही जनता खुद ही तय करे कि नेताओं से उनके काम का हिसाब किताब जरुर ले.

उन्होंने कहा कि जब मैं पहली बार विधायक बना तो जनता ने मुझे 700 वोट से विजयी बनाया. इसके बाद 2015 में मुझे जनता ने काम के आश्वासन पर 42 हजार वोटों से सदन में भेजा और हमने जनता की सुविधाओ के लिए दिन रात एक करते हुए सभी विकास के कार्य किए जिससे जनता ने तीसरी बार खुश होकर मुझे काम के आधार पर 48 हजार वोटों से चुनाव जिताया. हमने 2020 मे सिर्फ काम के आधार पर वोट मांगे. हमारी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो काम के आधार पर वोट मांगती है लेकिन अन्य दल ऐसा नहीं करते हैं. क्योकि उन्होंने विकास के बदले सिर्फ जनता को ठगने का काम किया है.

उन्होंने आगे कहा कि जनता को अगर लगता है कि जैसे आप पार्टी की सरकार ने दिल्ली मे अस्पताल,स्कूल,यातायात,और अन्य सुविधाएं लोगों को दी हैं ठीक वैसी सुविधाएं अगर उत्तराखंड को भी दी जाएं तो यहां की कई समस्याओ का समाधान हो जाएगा. इस बदलाव को लाने के लिए जनता ही एकजुट होकर आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली मे जनता ऐसे ही सिस्टम के खिलाफ खडी हुई और उसने आप पार्टी पर भरोसा जताया और आज दिल्ली की सूरत पूरी तरह बदल चुकी है.

दिल्ली में सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चे भी इन सुविधाओं से खुश होकर अपने अभिभावकें को आप पार्टी को वोट देने को कहते हैं. आज उत्तराखंड के स्कूलों की स्थिति बिल्कुल इसके उलट है. यहां के सरकारी स्कूल बदहाल हो चुके हैं. यहां के अस्पताल रेफरल सैंटर बन चुके हैं. पहाडों में मरीजों को सुविधाएं नहीं मिलती और उन्हें मजबूरन या तो देहरादून,हल्द्वानी या फिर दिल्ली जाना पडता है जहां उनका लाखों रुपये खर्चा हो जाते हैं.

उन्होंने कहा कि जनता यह तय करले कि उन्हें हर काम के लिए दिल्ली जाना है या फिर दिल्ली जैसे अस्पताल उत्तराखंड में बनाने हैं. लेकिन इसके लिए जनता को ही मेहनत करनी होगी. अगर जनता ऐसा नहीं करती तो वो खुद ये धोखा करेगी. उन्होंने कहा कि जो भी व्यवस्था दिल्ली मे है वही व्यवस्था यहां भी हो सकती है इसके लिए जनता के साथ की आवश्यकता है. उन्होंने आगे कहा कि हमने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की तो यहीं के विधायक ने कहा कि नहीं बिजली मुफ्त नहीं मिलनी चाहिए. लेकिन जब नेताओं के लिए सरकार कोई कमी नहीं करती, तो जनता को क्यों नहीं बिजली मु्फत मिलनी चाहिए. नेता और मंत्री सभी को बिजली मुफ्त मिलती है लेकिन जब जनता की बारी आती है तो इनकी नीयत बदल जाती है.