जीबी पंत हॉस्पिटल का वार्ड बॉय नवाज फर्जी तरीके से मृतक लोगों की ECG तैयार करता था.मरे हुए आदमी की एक के आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनते हैं और बीमा पॉलिसी की इन्वेस्टीगेशन करने वाले शख्स भी इन लोगों के गैंग में शामिल है. बैंकों की फर्जी मुहर, डॉक्टर की फर्जी मोहर,फर्जी तरीके से बनाए गए प्रमाण पत्र, इंश्योरेंस पॉलिसी की कॉपी भी बरामद की गई.
इंश्योरेंस के लाखों रुपए हड़पे
25 सितंबर 2024 को त्रिलोक नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी. इसके बावजूद उसके तमाम दस्तावेज बनाकर इंश्योरेंस पॉलिसी का पैसा लिया गया. मृतक का तीन बीमा कंपनियों से बीमा कराया और इंश्योरेंस के लाखों रुपए हड़पे. इस तरीके से काफी लोगों के फर्जी हॉस्पिटल रिकॉर्ड और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर इंश्योरेंस उठाते थे. पकड़े गए लोगों में शामिल कल्पना नाम की महिला बैंकों में संपर्क कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाता खुलवाती थी. संभल पुलिस ने इस गैंग के अब तक 61 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों में इंश्योरेंस कंपनी में काम करने वाले लोग बैंकों में काम करने वाले लोग अस्पताल में काम करने वाले लोग गिरफ्तार हो चुके है.
फर्जी दस्तावेज तैयार कर इंश्योरेंस पॉलिसी करते थे
गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों की मौत के बाद उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर इंश्योरेंस पॉलिसी करते थे और उसके बाद इंश्योरेंस का पैसा हड़प कर लेते थे. दिल्ली के जीबी पंत हॉस्पिटल से वीरेंद्र, नवाज, कल्पना, प्रेम और रविंद्र गुप्ता गिरफ्तार किए गए. गैंग में आशा वर्कर से लेकर आधार कार्ड बनने वाले, बैंक खाता खोलने वाले, इंश्योरेंस पॉलिसी करने वाले, डेथ सर्टिफिकेट बनाने वाले और हॉस्पिटल से हार्ट अटैक से मौत होना दर्शाने के लिए शामिल हॉस्पिटल कर्मी भी गिरफ्तार किये गए.